नई दिल्ली: महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने आज जैविक उत्पादों से संबंधित ‘भारतीय महिला महोत्सव-2016′ का आईएनए, नई दिल्ली स्थित दिल्ली हाट में उद्घाटन किया। यह महोत्सव 14 से 23 अक्टूबर तक चलेगा। इस वर्ष इस महोत्सव में 230 स्टॉल लगाये जायेंगे और करीब 372 प्रतिभागी भाग लेंगे। इसमें दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और 23 राज्यों / संघ शासित क्षेत्रों के उत्पादक शामिल हैं। इस महोत्सव में कई जैविक उत्पादों जैसे भोजन, कपड़ा तथा फर्नीचर सहित व्यक्तिगत इस्तेमाल के कई उत्पादों को भी शामिल किया गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित एवं प्रायोजित, ‘भारतीय महिला महोत्सव-2016’ महिला उद्यमियों को लाभ पहुंचाने के लिए एक अच्छा कदम है और साथ ही जैविक खाद्य पदार्थों और उत्पादों को बढ़ावा देने का एक सही माध्यम भी है। ‘भारतीय महिला महोत्सव-2016’ का उद्देश्य जैविक वस्तुओं के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लाभ पर प्रकाश डालना भी है साथ ही अर्थव्यवस्था के विकास में शामिल महिलाओं को एक मंच प्रदान करना भी है और इसके साथ ही दूर-दराज के क्षेत्रों में जैविक उत्पादन में लगे लोगों मुख्यत महिलाओं को एक सही मंच भी प्रदान करना है।
इस अनोखे महोत्सव के महत्व की व्याख्या करते हुए श्रीमती मेनका गांधी ने जैविक खेती की दिशा में बदलाव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “जैविक खाद्य पदार्थों में रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और संरक्षक के साथ उत्पादित खाद्य पदार्थों की तुलना में अधिक विटामिन, खनिज और पोषक तत्व होते हैं, यह सिद्ध हो गया है। जैविक खेती नई तकनीकों जैसे फसल चक्र, हरित खाद, खाद, और कीट नियंत्रण के प्राकृतिक तरीकों पर निर्भर करता है। बच्चे विशेष रूप से कीटनाशक के हानिकारक प्रभावों की चपेट में आ जाते हैं। हमें इसे एक ठोस विकल्प के तौर पर लोकप्रिय बनाने का प्रयास करना होगा।”
पिछले वर्ष के ‘भारतीय महिला महोत्सव’ की तरह इस वर्ष भी सैकड़ों उत्पादों जैसे अनाज, चावल, दाल, मसाले, वस्त्रों, रंग और वस्त्र, सौंदर्य प्रसाधन, घरेलू उत्पादों, अचार, जैविक आइसक्रीम, तेल, शहद, चाय, बालों की देखभाल, स्नान-ध्यान के सामान, ब्यूटी केयर सामान, सुगंध-चिकित्सा उत्पादों, रसोई वानस्पतिक खाद, जैविक बीज और अन्य जैव उत्पादों को भी प्रदर्शित किया जायेगा। स्थानीय स्तर पर और विनिर्मित उत्पादों के निर्माताओं के अलावा, प्रतिभागियों में पोषण, कार्बनिक, एल्टीट्यूड स्टोर, ओस की बूंदों, कार्बनिक वल्र्ड, आजीविका उत्थान समिति, सोनल वाइट कब, आभा हर्बल वस्त्र, एएसएएल, प्रो-प्राकृतिक जैविक, पारिस्थितिकी हरित इकाई, अवनि सहित कई जैविक जीवनशैली के माध्यम भी हैं।