नई दिल्ली: वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती निर्मला सीतारमण ने भारत से निर्यात के कारोबार को सुगम बनाने में वाणिज्य मंत्रालय की भूमिका की सराहना करते हुए कहा है कि हम विशाखापत्तनम में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय समुद्री खाद्य प्रदर्शनी का आयोजन करेंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि निर्यात को सुगम बनाने के लिए जैसी भी सहायता की आवश्यकता होगी, वाणिज्य मंत्रालय क्षेत्र के विकास के लिए उसे मुहैय्या कराएगा। विशाखापत्तनम में निर्यात निरीक्षण परिषद के उप कार्यालय एवं प्रयोगशाला परिसर की आधारशिला रखते हुए श्रीमती सीतारमण ने बताया कि इस कार्यालय परिसर को नवीनतम सुविधाओं और जटिल उपकरणों से युक्त अत्याधुनिक प्रयोगशाला से सहायता मिलेगी और इससे विशाखापत्तनम में समुद्री खाद्य उद्योग की जरूरते पूरी होने की संभावना है तथा इससे समय और ढुलाई की लागत की भी बचत होगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि निर्यात निरीक्षण परिषद का भवन 2017 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
इस समारोह में आंध्रप्रदेश के मानव संसाधन विकास मंत्री श्री गंता श्रीनिवास राव और विशाखापत्तनम से सांसद डॉ. के. हरि बाबू तथा स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों, समुद्री खाद्य निर्यातक संगठन के कार्यकर्ताओं और कई विशिष्ट निर्यातकों ने भाग लिया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत भारतीय निर्यात निरीक्षण परिषद (ईआईसी) देशभर में स्थित अपनी निर्यात निरीक्षण एजेंसियों (ईआईए) के 30 उप कार्यालयों (एसओ) के नेटवर्क के साथ भारत से अधिसूचित जिन्सो की गुणवत्ता के नियंत्रण और निरीक्षण के लिए उत्तरदायी है। अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर आज ईआईए चेन्नई एसओ विशाखापत्तनम की ओर से शिलान्यास समारोह का आयोजन किया गया।
निर्यात निरीक्षण परिषद (ईआईसी) की स्थापना भारत सरकार ने निर्यात (गुणवत्ता नियंत्रण एवं निरीक्षण) अधिनियम, 1963 की धारा 3 के अंतर्गत गुणवत्ता नियंत्रण और निरीक्षण और उनसे संबंधित मामलों के जरिए भारत में निर्यात के कारोबार का सुदृढ़ विकास सुनिश्चित करने के लिए की थी। निर्यात निरीक्षण एजेंसी- चेन्नई, ईआईसी के पांच क्षेत्रीय कार्यालयों में से एक है। इसकी स्थापना निर्यात (गुणवत्ता नियंत्रण एवं निरीक्षण) अधिनियम, 1963 की धारा 7 के अंतर्गत 1965 में आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और पांडिचेरी राज्यों के निर्यातकों की जरूरते पूरी करने के लिए की गई थी। विशाखापत्तनम, ईआईए चेन्नई के 7 उप कार्यालयों में से एक है और इसकी स्थापना 1973 में की गयी थी और यह पिछले 42 वर्षों से निर्यात के कारोबार के प्रति अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।
वर्तमान कार्यालय को एक छोटी माइक्रोबायोलोजिकल परीक्षण सुविधा की सहायता प्राप्त हो रही है। इस क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं को मज़बूती देने और निर्यात का कारोबार करने वाले समुदाय को प्रभावी रूप से सेवाएं प्रदान करने तथा वैश्विक पहचान प्राप्त करने के लिए कारोबारी सहभागियों के बीच विश्वास कायम करने के लिए यह पहल की गयी।