नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि किसानों को ज्ञान देने और कृषि की नवीनतम तकनीकी की जानकारी देने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिकों और किसानों के बीच सेतु का काम करें। उपराष्ट्रपति आज महाराष्ट्र के बारामती में कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर महाराष्ट्र के खाद्य, नागरिक आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गिरीश बापट, भूतपूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शरद पवार तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कृषि विज्ञान केंद्रों से कहा कि वे किसानों को रेशम उत्पादन डेयरी, मुर्गी उत्पादन, मछली पालन, बीज प्रसंस्करण तथा अन्य सबद्ध क्षेत्रों में प्रशिक्षित करके कृषि को लाभकारी बनाने में सक्रिय भूमिका निभाए।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि कृषि पर निर्भर लोगों के जीवन में सुधार को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे लेागों को विकास का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों, नीति निर्माताओं तथा वैज्ञानिकों के बीच नियमित संवाद करने की आवश्यकता है।
कृषि विज्ञान केंद्र बारामती को कृषि अनुसंधान केंद्रों के लिए रोल मॉडल बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह केंद्र ग्रामीण युवाओं को सशक्त बना रहा है।
उपराष्ट्रपति सब्जियों के लिए उत्कृष्टता केंद्र देखने गए। उन्होंने सब्जी उपज के क्षेत्र में तकनीकी विकास की जानकारी ली। उपराष्ट्रपति ने अटल टिंकरिंग लैब में विद्यार्थियों से भी बातचीत की।