देहरादून: मसूरी गोलीकांड की बरसी पर मसूरी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री हरीश रावत देहरादून से सड़क मार्ग से मसूरी पहुंचे। जहां उन्होंने शहीद स्थल पर मसूरी गोलीकांड में राज्य निर्माण के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों को श्रद्धांसुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस अवसर पर मसूरी गोलीकांड में शहीद आन्दोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार शहीदों के सपनों के अनुरूप उत्तराखण्ड का निर्माण करना होगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि देहरादून में भी एक शहीद स्मारक कम म्यूजियम का निर्माण कराया जायेगा। इसके साथ ही मसूरी की तर्ज पर खटीमा में भी शहीद स्मारक बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार शहीदों के सपनों के अनुरूप प्रदेश का विकास हो रहा है। मैने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि जो भी नीति बनायी जाय वह स्ववा ज्वूंतके डवनदजंपद को दृष्टिगत रखकर बनायी जाय। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को फिर से राज्य आन्दोलन की भावना के अनुरूप कार्य करना होगा। आज तेजी से पलायन हो रहा है। जिसके रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे। राज्य सरकार इस दिशा में ठोस कार्य कर रही है। हमने इसके लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली है। जिसके बाद अगले 4 साल में पलायन पूरी तरह से रूक जायेगा। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम यह जाने कि हमारी प्राथमिकताएं क्या है। प्रत्येक व्यक्ति को यह सोचना होगा कि यदि राज्य हमें कुछ दे रहा है, तो हम उसके बदले राज्य के लिए क्या कर रहे है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि एक समय था, जब राज्य को केन्द्रीय योजनाओं में राज्य को सहायता 90ः10 अनुपात में सहायता मिलती थी, लेकिन आज 50ः50 अनुपात में सहायता मिल रही है, वह परफार्मेस के आधार पर। इसलिए आज चुनौतियां अधिक है। राज्य के सीमित साधन है। सरकार कुछ नीतिगत निर्णय लिये है, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों की आर्थिक में सुधार आयेगा। उत्तराखण्ड ने इन 15 वर्षों में काफी प्रगति की है। आज हमें देश में प्रति व्यक्ति आय में शीर्ष पर है। इसी प्रकार से पर्यटन व शांतप्रिय वातावरण के मामले में भी हम अन्य राज्यों से अलग है। पर्यटन हमारी आर्थिकी का मुख्य आधार है, इसकी बेहतरी के लिए हम हर संभव कार्य कर रहे है।
मसूरी पर्यटन नगरी है, इसे और खूबसूरत बनाने के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है। लेकिन सरकार के साथ-साथ यहां रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को भी इसकी बेहतरी के लिए आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि एम.डी.डी.ए. के माध्यम से सौन्दर्यकरण सहित अन्य कार्य किये जा रहे है, जबकि नगरपालिका भी अपने संसाधनों के अनुरूप कार्य कर रही है। लेकिन अब थी्र लेयर पार्टनरशिप की आवश्यकता है, जिसमें सभी की सहभागिता हो। मुख्यमंत्री श्री रावत ने मसूरी में एम.डी.डी.ए. द्वारा लगभग 10 कार्य किये जा चुके है, जबकि 6 कार्य गतिमान है। इसके साथ ही पेयजल समस्या के निदान हेतु लगभग 35 करोड़ रुपये लागत की पेयजल योजना बनायी जा रही है। शहीद स्थल का विस्तार किया जायेगा। साथ ही म्यूजिकल फाउंटेन बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस अवसर पर एम.डी.डी.ए. द्वारा कराये जा रहे लगभग 24 विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने एम.डी.डी.ए. को निर्देश दिये कि मसूरी स्थिल टाउन हाॅल व पार्किंग का निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिये कि फ्री जोन के जो मामले लंबित है, उन्हें जल्द निपटाया जाय। उन्होंने कहा कि सिविल चिक्तिसालय के लिए यदि और धनराशि की आवश्यकता होगी तो दी जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा मसूरी में ‘जियोनेट’ वाईफाई सेवा का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पहाडो की रानी मसूरी अब डिजिटल युग में प्रवेश कर गई है। राज्य सरकार का प्रयास है कि शीघ्र ही पूरे प्रदेश को स्मार्ट प्रदेश के रूप में विकसित किया जाय। मसूरी की तर्ज पर अन्य शहरों को भी वाई फाई सेवा से जोड़ा जायेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि मसूरी के विकास के लिए हर संभव कार्य किये जायेंगे। वर्ष 2018 में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलों में मसूरी को भी हिस्सा बनाया जायेगा। इसके लिए मसूरी में एक मल्टीफ्लैक्स स्टेडियम तैयार कराया जायेगा। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष मनमोहन मल्ल मसूरी से संबंधित विभिन्न समस्याओं को रखा। साथ ही मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया कि उनके द्वारा मसूरी के लिए विभिन्न विकास योजनाएं स्वीकृत की गई है।