देहरादून: बीजापुर हाउस में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डीएन मगर ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्री मगर का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए कहा कि राज्य के विकास में नाबार्ड बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। राज्य सरकार नाबार्ड को विकास के पार्टनर के तौर पर देखती है। ग्रामीण सड़कों के निर्माण के साथ ही क्लाईमेट चेंज की चुनौति का सामना करने के लिए उत्तराखण्ड में जलाशयों के निर्माण व संरक्षण, वृक्षारोपण में मिलकर कार्य किया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सचिव अरविंद सिंह ह्यांकि को ग्रामीण सड़कों के निर्माण के लिए लगभग 500 करोड़ रूपए के लोन का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही पेयजल आपूर्ति की योजनाओं के लिए भी नाबार्ड से ऋण का प्रस्ताव बनाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि नाबार्ड से राज्य सरकार को सहयोग मिलता रहा है। आशा है कि आगे भी उत्तराखण्ड नाबार्ड की प्राथमिकताओं में रहेगा। उन्होंने कहा कि क्लाईमेट चेंज पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इसका प्रभाव उत्तराखण्ड में भी देखने को मिल रहा है। वनाग्नि के प्रकोप को कम करने के लिए आवश्यक है कि पर्वतीय क्षेत्रों में खेती को प्रोत्साहन मिले। बड़े पैमाने पर जलाशयों का निर्माण करना होगा। नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डीएन मगर ने नाबार्ड की ओर से राज्य सरकार को पूरा सहयोग किए जाने की बात कही। इस अवसर पर नाबार्ड के निवर्तमान महाप्रबंधक सीपी मोहन भी उपस्थित थे।