नई दिल्ली: जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी (जेआईसीए) के अध्यक्ष श्री शिनीची किटाओका के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने शहरी विकास मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू के साथ व्यापक बातचीत की जो काफी लाभदायक रही।
श्री नायडू द्वारा सहयोग को और बढ़ाने के बारे में उठाए गए मुद्दों का जवाब देते हुए श्री किटाओका ने आश्वासन दिया कि मेक इन इंडिया की भावना के अनुरूप जेआईसीए द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं के संबंध में भारत में नई परियोजनाओं के लिए उपकरणों और रोलिंग स्टॉक की खरीददारी सहित नई परियोजनाओं में मदद करने और वाराणसी कंवेशन केंद्र परियोजना में तेजी लाने के लिए वित्तपोषण के लिए प्रस्तुत परियोजनाओं के मूल्यांकन में लिये जाने वाले समय में कटौती करने सहित सभी सुझावों पर जेआईसीए सकारात्मक रूप से विचार करेगा।
श्री नायडू ने कहा कि जेआईसीए भारत के बुनियादी ढांचा विकास में विश्वसनीय और लम्बे समय से भागीदार रहा है। हम उनसे मिलने वाले सहयोग को और बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया अभियान के तहत अनेक विदेशी और भारतीय कंपनियों ने भारत में उत्पादन आधारों का विस्तार किया है और जापानी कंपनियों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया है कि भारत में बुनियादी ढांचे के बढ़ते हुए विकास के संदर्भ में परियोजना मूल्यांकन में जेआईसीए द्वारा लगाए जाने वाले समय में कटौती किए जाने की जरूरत है।
जेआईसीए ने वाराणसी में जिस कन्वेंशन सेंटर परियोजना के लिए 150 करोड़ रुपये का अनुदान देने के लिए सहमति दी है उसके कार्य को तेजी से निपटाने की मांग करते हुए उन्होंने दोनों देशों के मध्य समय की कसौटी पर खरे और बढ़ते हुए सहयोग को मान्यता देते हुए इस सेंटर का नाम भारत-जापान मैत्री कन्वेंशन सेंटर रखने का सुझाव दिया है।
श्री नायडू के सुझाव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जेआईसीए के अध्यक्ष श्री किटाओका ने कहा कि मैं लंबे समय से भारत से मित्रता के लिए भारत-जापान सहयोग को बढ़ावा देने के कार्य से जुड़ा हुआ हूं। मैंने कल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कल मुलाकात की थी और उनके साथ उपयोगी चर्चा हुई। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ हुई बैठक में भारत में बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया है। इसलिए जेआईसीए इसमें सहयोग करके बहुत प्रसन्नता अनुभव करेगा। प्रदूषण शमन के बारे में नई दिल्ली के प्रभाव से हमें गर्व है और ऐसी नई परियोजनाओं में शामिल होना प्रसन्नता की बात होगी। जापानी कंपनियों को मेक इन इंडिया प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए भारत में अपने आधार स्थापित करने तथा भारतीय कंपनियों से खरीददारी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
श्री वेंकैया नायडू ने बताया कि मेट्रो परियोजनाओं के लिए माइक्रो टनलिंग, पाइप जैकिंग और ट्रेन्चलैस प्रौद्योगिकी, गैर-राजस्व जल प्रबंधन, अपशिष्ट जल रिसाइकिलिंग और पुन: उपयोग, क्षमता निर्माण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, एक्यूफर्स का कृत्रिम रिचार्ज, एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, मेट्रो परियोजनाओं में जेआईसीए की भागीदारी के लिए महत्वपूर्ण संभावना है। विभिन्न मुद्दों पर 40 मिनट तक चली चर्चा में शहरी विकास सचिव श्री राजीव गाबा ने भी भाग लिया।