देहरादून/अल्मोड़ा: प्रदेश में शिक्षा की बुनियाद को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार के स्तर से गम्भीर प्रयास किये जा रहे है यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज जनपद के नैनीसार (द्वारसौं) रानीखेत में जिन्दल ग्रुप द्वारा बनाये जा रहे जिन्दल इन्टरनेशनल स्कूल के भूमि पूजन एवं शिलान्यास के अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि छात्र किसी समाज, राज्य व देश का भविष्य होते है इस भविष्य को संवारने का कार्य शिक्षा करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा की बुनियाद तभी मजबूत हो पायेगी जब शिक्षकों की कमी दूर हो पायेगी इसके लिए भी सरकार हर स्तर से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का विजन यह है कि देवभूमि उत्तराखण्ड को शिक्षा के हब के तौर पर विकसित किया जाय इसके लिए राज्य सरकार विशेष नीति तय कर रही है। राज्य सरकार ने प्रत्येक जिले में राजीव गाॅधी आवासीय अभिनव विद्यालय सहित नवोदय विद्यालय और प्रत्येक जनपद में 05 माडल स्कूल बनाने का निर्णय लिया है। शिक्षा के क्षेत्र में निवेश करने वाले संस्थानों को राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रोत्साहन दिया जायेगा हम सब जानते है कि प्रतिस्पर्धा युग में अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना आवश्यक है इसलिए उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षण संस्थानों के माध्यम से हम इस कार्य में सफल हो पायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में सांसद रहते हुए मैने सर्वप्रथम चिलियानौला और मजखाली में बिड़ला स्कूल की स्थापना कराने का अभिनव प्रयास किया जो आज प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि पलायन को रोकने के लिए पूरे राज्य के 13 जिलों में से 09 गाॅवों का चयन किया गया है जहाॅ पर शिक्षा, ईको टूरिज्म, अस्पताल खोलने आदि का निर्णय लिया है नैनीसार को ईको विलेज के रूप में विकसित किया जायेगा जिसे वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के अन्तर्गत ऋण प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सचिव पर्यटन को निर्देश दिये गये है कि वे इस नैनीसार गाॅव हेतु पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए प्लान बनायेंगे ओर स्थानीय लोगो से विचार-विमर्श करंेगे यदि इस कार्य में सफलता मिली तो अन्य गाॅवों को भी ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विधायक द्वाराहाट के अनुरोध पर द्वारसौं के समीपस्थ 10 बैड का आयुर्वेदिक चिकित्सालय खोलने की घोषणा कि और कहा कि विधायक व स्थानीय लोग जहाॅ पर जमीन उपलब्ध करायेंगे उसे वहाॅ पर खोला जायेगा। उन्होंने जिन्दल सोसायटी से कहा कि वे भी इस शिक्षण संस्थान के करीब 05 बैड का चिकित्सालय बनायेंगे जिससे स्थानीय लोगों को उसका लाभ मिल सकेगा। इस पर जिन्दल गु्रप ने अपनी सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक स्रोतों के जल संवद्र्वन एवं जल संरक्षण हेतु जिन्दल गु्रप से चाल-खाल बनाने को कहा इस पर भी उन्होंने सहमति व्यक्त की। इसके अलावा 30 प्रतिशत सीट स्थानीय लोगो को देने की बात भी उन्होंने कही और चतुर्थ श्रेणी सभी पद स्थानीय लोगो से भरे जायेंगे ताकि वे आजिविका से जुड़ सकें। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि 60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं एवं गर्भवती महिलाओं को पुष्टाहार दिलाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा के साथ करना सुनिश्चित करेंगे और सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के बाद उत्तराखण्ड एक ऐसा राज्य है जिसने सबसे अधिक लोगों को पेंशन मुहैया करायी है। मुख्यमंत्री ने जननी योजना का अनुश्रवण करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिल्पकार पेंशन, पत्रकार पेंशन, कलाकार पेंशन निशसक्ता पेंशन देने के साथ ही विकलांग बच्चा पैदा होने पर उस माता को भरण पोषण के लिए पैसा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि दुग्ध व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए दुग्ध समितियों के गठन पर जोर देना होगा साथ ही हरबल क्लस्टर, मिर्च क्लस्टर बनाये जाने का भी निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर द्वारसौं-काकड़ीघाट मोटर मार्ग के डामरीकरण, ईड़ा-बटुलिया मोटर मार्ग जीर्णोद्वार, दीघोटी में खेल का मैदान, धौलादलाल पेयजल योजना, बजौल बाजार से ढाई किमी0 तक सड़क की स्वीकृति, द्वारसौं से सिमौली तक मार्ग पक्का कराने की स्वीकृति, द्वारसौं से भैसोली से सिमोली तक मोटर मार्ग का निर्माण, भैसोली हाईस्कूल का वर्ष 2016-17 में इण्टर कालेज की स्वीकृति, जू0हाईस्कूल उडौली के अधूरे भवन के निर्माण हेतु शिक्षा विभाग से धनराशि की स्वीकृति, अम्बेडकर गाॅव तुड़ से दलमोटी तक मार्ग की स्वीकृति के साथ ही अनेक माॅगों की स्वीकृति उन्होंने दी। इस अवसर पर द्वाराहाट के विधायक मदन बिष्ट ने कहा कि विकास के साथ-साथ गरिमा को बनाये रखना भी हमारी जिम्मेदारी होगी। उन्होंने जिन्दल गु्रप से कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में यदि कोई शिक्षण संस्थान वे खोलना चाहेंगे तो उन्हें जमीन उपलब्ध कराये जाने का प्रयास किया जायेगा। इस अवसर पर पूर्वी नई दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड में इस तरह के संस्थान खुलने से यहाॅ के छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो पायेगी इसके लिए हम सभी को जिन्दल गु्रप को सहयोग प्रदान करना होगा। इस अवसर पर एन0एस0 अधिकारी ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि इस क्षेत्र में शिक्षण संस्थान खुलने से स्थानीय लोगो को इसका फायदा मिलेगा।