पौड़ी: मुख्यमंत्री हरीश रावत विकासखण्ड नैनीडांडा के मुस्याखांद विद्यालय परिसर में क्षेत्र की तमाम जनसमस्याओं से रूबरू हुए। इस अवसर पर जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पहाड़ में शिक्षा
व खेती का विकास होना जरूरी है, जिसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। उन्होंने अभिभावकों से अपने पाल्यों की शिक्षा की ओर विशेष ध्यान देने की अपील करते हुए कहा कि राज्य सरकार शिक्षक तो तैनात कर सकती है लेकिन अपने बच्चों की शिक्षा में गुणवता लाने का काम अभिभावको का भी होता है। उन्होंने कहा कि बच्चे की पहली पाठशाला घर व शिक्षिका मां होती है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय ढंगलगांव, राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय पटोटिया, राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय मजेड़ा भरतपुर, राजकीय आदर्श इंटर कालेज धूमाकोट, राजकीय आदर्श इंटर कालेज पटोटिया का शुभारम्भ आदर्श विद्यालय विकास योजना के तहत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार विद्यालयों को माॅडल किए जाने के प्रयास कर रही है। जिससे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में गुणवता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्ष में और भी माॅडल स्कूल बनाए जाएंगे, जिसमें अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाएगी और ये विद्यालय छात्रावास, पुरस्कालय, शौचालय आदि सुविधाओं से युक्त होंगे। उन्होंने क्षेत्र की जनता द्वारा विद्यालय भवन के निर्माण के लिए भूमिदान करने की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ विद्यालयों में भी शिक्षक भेजे जा चुके हैं और हाईस्कूल व इंटर कालेजों में शिक्षकों की तैनाती कर दी गई है तथा अभी प्राथमिक विद्यालयों में 1000 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पूर्व में राजकीयकरण किए गए विद्यालय जो वित्तीय स्वीकृति व पद सृजित न होने के कारण शिक्षकविहीन थे, ऐसे 80 विद्यालयों में शिक्षक तैनात करते हुए वित्तीय स्वीकृति की कार्यवाही पूर्ण कर ली है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि मूलभूत सुविधाओं का विकास करना मानवता का विकास है। उन्होंने कहा कि आज भी राज्य में करीब 40 लाख लोगों ऐसे हैं जिन्हें सहारे की जरूरत है और उन्हें राज्य सरकार द्वारा समाज कल्याण विभाग के माध्यम से विकलांग, वृद्धा, गौरादेवी कन्याधन योजना, शिल्पकार, बौना, विधवा, किसान, जागरी, पुरोहित, मंगल गीत गाने वाली महिलाओं आदि पेंशन योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में उत्तराखण्ड एक ऐसा प्रदेश है जहां विभिन्न प्रकार के पेंशन से लोगों का आच्छादित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने गहत, मंडुवा, झंगोरा, कौंणी के साथ ही मिर्च, नींबू, आंवला, अखरोट और अन्य मोटे अनाज व दलहन के उत्पादन पर जोर देते हुए कहा कि इससे पहाड़ों में लोगों की आर्थिकी बढ़ेगी साथ ही पलायन भी रूकेगा। उन्हांेने क्षेत्र के समस्त शिल्पकारों को अपनी हस्तशिल्प कलाओं को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने रंवाई व गढ़वाल की भवन शैली के आधार पर प्रदेश की भवन निर्माण शैली तैयार किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस साल करीब 500 सड़कों का निर्माण कार्य एक साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वन अधिनियम के फेर में फंसी प्रदेश की लगभग एक हजार से अधिक सड़कों को भारत सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजा गया है और अनुमोदन प्राप्त होने के बाद सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। राज्य सरकार का लक्ष्य समावेशी विकास करना है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने क्षेत्रीय जनता की मांग पर नैनीडांडा-शंकरपुर मोटरमार्ग के डामरीकरण की स्वीकृति दी। इस मौके पर उन्होंने सल्ट महादेव आईटीआई का नाम राज्य आन्दोलनकारी सुमनलता भदौला के नाम पर किए जाने की घोषणा की। मुस्याखांद में पाॅलीटेक्निक खोले जाने की मांग पर तत्काल स्वीकृत देते हुए अगले वर्ष धनराशि भी उपलब्ध कराने की बात कही। इस मौके पर खाल्यूंडांडा-तोल्यूंडांडा सड़क की भी स्वीकृत दी गई। पीएमजीएसवाई के तहत ढंगलगांव सड़क पर कार्य न होने एवं दुर्गादेवी-मैदावन सड़क पर रेगुलर बस सेवा शुरू न होने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने बसड़ा-रथुवाढ़ाब मोटरमार्ग में 30 मीटर स्पाॅन पुल की स्वीकृति दी। मुस्याखांद विद्यालय के उच्चीकरण की मांग पर मुख्यमंत्री ने प्राथमिकता के आधार पर तत्काल स्वीकृति दी। उन्होंने कोटनाली में बाढ़ नियंत्रण का कार्य जिला प्लान से किए जाने के निर्देश डीएम को दिए। इसके साथ ही जनता इंटर काॅलेज टकोलीखाल में विज्ञान वर्ग की स्वीकृति के साथ पद स्वीकृत किए जाने की भी बात कही।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक दिलीप रावत ने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को निस्तारित किए जाने के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। ब्लाॅक कमेटी के अध्यक्ष गोपाल रावत द्वारा क्षेत्र में सड़क, बिजली, पेयजल, डामरीकरण आदि समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। स्कूली बालिकाओं ने मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों के स्वागत मे स्वागत गीत प्रस्तुत किया और स्थानीय महिला मंगलदलों की ओर से झुमैलो नृत्य की बेहत्तरीन प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता होशियार सिंह और संचालन रघुवीर बिष्ट ने किया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, राज्य आन्दोलकारी संगठन के अध्यक्ष एवं दर्जाधारी राज्यमंत्री धीरेन्द्र प्रताप सिंह, ब्लाॅक प्रमुख रश्मि पटवाल, गढ़वाल यूनिवर्सिटी के प्रो. महेन्द्र पाल सिंह के साथ ही समस्त जिलास्तरीय अधिकारी व स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।