देहरादून : नरेन्द्रनगर में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को 40 वाॅ पर्यटन विकास मेले का उदघाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने राजकीय महाविद्यालय का नाम धर्मानन्द उनियाल के नाम पर रखने की स्वीकृति प्रदान की। हिण्डोलाखाल से कुंजापुरी मंन्दिर तक लाईट की व्यवस्था करने की स्वीकृति दी। राजकीय इण्टर कालेज बेलाधार को परीक्षा केन्द्र बनाये जाने के लिए भी निर्देश दिये गए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में अन्य राज्यों की अपेक्षा बडी संख्या में हायर ऐजूकेशन के केन्द्र है। प्राथमिक से लेकर इन्जिनियरिंग कालेजों मे रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही की जा रही है उन्होने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए अध्यापकों एवं अभिभावकों को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होने नरेन्द्रनगर रामलीला कमेटी के लिए 50 हजार रु0 की धनराशी दिये जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि 2018 तक ग्रामीण काश्ताकारों के खेतों को जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान से मुक्त किया जायेगा । मुख्यमंत्री ने तपोवन पेयजल योजना के साथ ही विधायक सुबोध उनियाल द्वारा 17 सुत्री मांग पत्र पर सहमति व्यक्त की। उन्होने कहा सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं को शारिरिक रुप से दक्ष बनाया जायेगा ताकि अधिक से अधिक युवा सेना मे भर्ती हो सके।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने विभिन्न विभागांे के 2 दर्जन से अधिक स्टाॅलों का अवलोकन भी किया। उन्होंने कहा कि 7नवम्बर को नई टिहरी मे झुमैलों कार्यक्रम का शुभारम्भ किया जायेगा, जिसमें गढवाल व कुमाउ की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। इस अवसर पर स्थानीय विद्यालयों के द्वारा आर्कषक झाॅकियों का आयोजन भी किया गया।
इस अवसर पर ब्लाॅक प्रमुख नरेन्द्रनगर विनिता बिष्ट, मेला समिति की अध्यक्षा श्रीमती दुर्गा राणा, पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत, सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।