देहरादून: उत्तराखण्ड के हिमालयी क्षेत्रों देहरादून, मसूरी, पिथौरागढ़, ऋषिकेश, गढ़वाल के युवाओं में उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देने के प्रयासों को जारी रखते हुए नरोपा फैलोशिप प्रोग्राम ने अपने दूसरे बैच के लिए प्रवेश का ऐलान कर दिया है। 52 फैलोज़ का पहला बैच 25 अगस्त को ग्रेजुएट होगा और दूसरे बैच के लिए प्रवेश प्रक्रिया पहले से शुरू हो चुकी हैं
नरोपा फैलोशिप एक वर्षीय, पूर्णतया रेज़ीडेन्शियल, पोस्ट-ग्रेजुएट अकादमिक प्रोग्राम है जो लद्दाख एवं ग्रेटर हिमालय क्षेत्र में स्थायी सामाजिक-आर्थिक पर्यावरण के निर्माण को प्रोत्साहित करेगा। यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखते हुए स्थानीय युवाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देगा, उनकी प्रतिभा को सही दिशा प्रदान करेगा। यह फैलोशिप क्षेत्र में बेरोज़गार, प्रशिक्षण एवं पेशेवर कौशल की कमी जैसी समस्याओं को दूर करेगी, साथ ही हिमालयी एवं लद्दाखी संस्कृति के खत्म होते मूल्यों को संरक्षित रखने में भी मददगार साबित होगी। नरोपा परिसर लेह के खूबसूरत गांव हेमिस में स्थित है।
नरोपा फैलोशिप परमपूज्य ग्यालवांग दु्रकपा द्वारा प्रेरित है और इसकी स्थापना परम प्रतिष्ठित दु्रकपा थुकसे रिनपोचे, परमपूज्य ग्यालवांग द्रुकपा के आध्यात्मिक प्रतिनिधि; तथा डॉ प्रमथ राज सिन्हा, इण्डियन स्कूल ऑफ बिज़नेस, हैदराबाद के फाउंडिंग डीन एवं अशोक युनिवर्सिटी, सोनीपत के सह-संस्थापक द्वारा संयुक्त रूप से की गई है।
इस फैलोशिप के पाठ्यक्रम में उद्यमिता, समाज एवं संस्कृति, संचार कौशल तथा निजी विकास जैसे सभी विषयों को शामिल किया गया है, जिसके तहत फेलोज़ को फैकल्टी के सहयोग से लद्दाख एवं आस-पास के क्षेत्रों में स्थानीय समुदाय के लिए स्थायी समाधानों पर कम करने का मौका मिलेगा। फैकल्टी में उद्योग जगत के विशेषज्ञ, अकादमिकज्ञ और प्रेक्टिशनर शामिल होंगे जो फेलोज़ को उचित मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
इस मौके पर डॉ प्रमथ राज सिन्हा ने कहा, ‘‘नरोपा फैलोज़ के पहले बैच ने अपने उद्यमी वेंचर्स के साथ हमें गौरवान्वित किया है, जो समाज के प्रति स्थायी ज़िम्मेदार समाधानों को बढ़ावा दे रहे हैं। हम अधिक से अधिक उत्साही छात्रों को इस प्रोग्राम के साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं, ताकि वे नेतृत्व कौशल के द्वारा अपने समुदायों के विकास में योगदान दे सकें।’’
इस मौके पर परम प्रतिष्ठित दु्रकपा थुकसे रिनपोचे ने कहा, ‘‘यह देखकर गर्व का अनुभव होता है कि हमारा दृष्टिकोण, नरोपा फैलोज़ के पहले बैच के रूप में सफल हो रहा है, ये छात्र एक रोचक यात्रा की शुरूआत करने जा रहे हैं। हम अपने दूसरे बैच का स्वागत करते हैं- ये युवा आने वाले कल के नेता बनकर इस प्रोग्राम के ज़रिए हिमालयी क्षेत्र में अर्थपूर्ण बदलाव लाएंगे।’’
फैलोशिप वर्तमान में सितम्बर 2019 से शुरू हो रहे दूसरे बैच के लिए ग्रेजुएट छात्रों से आवेदन आमंत्रित कर रही है। नरोपा फैलोशिप के तहत 12,00,000 रु की पूर्ण छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। छात्र वेबसाईट (http://naropafellowship.org/) के माध्यम से नरोपा फैलोशिप 2019 के लिए आवेदन कर सकते हैं तथा आवेदन जमा करने की अंतिम दिनांक 7 अगस्त 2019 है।
फैलोशप के लिए किसी भी विषय में कान्यता प्राप्त अंडरग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री एवं अकादमिक क्षेत्र एवं पाठ्येत्तर गतिविधियों में अच्छा रिकॉर्ड की योग्यता मापदंड आवश्यक है।