कोलकाता: नासा ने पश्चिम बंगाल के एक छोटे से गांव में रहने वाली सतपर्णा मुखर्जी को प्रतिष्ठित गोगार्ड इंटर्नशिप प्रोग्राम (जीआईपी) के लिए चुना है। इसके तहत वह गोगार्ड इंस्टिट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज में
पढ़ाई कर सकेंगी। कक्षा 12वीं की 18 वर्षीय छात्रा सतपर्णा कोलकाता से करीब 30 किमी की दूरी पर स्थित एक छोटे से गांव मध्यमग्राम की रहने वाली है। अब उनकी आगे की पढ़ाई का सारा खर्च नासा उठाएगा।
मुखर्जी ने बताया कि मई, 2015 में उसने एक फेसबुक ग्रुप में ब्लैक होल थ्योरी पर कमेंट पोस्ट किए थे। इसमें कई साइंटिस्ट शामिल थे। ग्रुप के एक मेंबर ने नासा की ऑफिशियल साइट का लिंक दिया और वहां मुझे अपने विचार रखने की बात कही। ब्लैक होल थ्योरी को कैसे टाइम मशीन बनाने में इस्तेमाल करें, मेरे इस पेपर को काफी पसंद किया गया है। मुखर्जी स्कॉलरशिप पाकर मैं बहुत खुश हूं। अब मैं नासा के लंदन सेंटर में बतौर रिसर्चर काम करुंगी।
नासा जीआईपी के तहत हर साल पांच लोगों का चयन करता और उनके आगे की पढ़ाई का पूरा खर्च देता है। वह अब लंदन स्थित नासा के सेन्टर में बतौर कर्मचारी और शोधकर्ता के रूप में काम करेगी। सतपर्णा वहां एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएचडी तक की पढ़ाई पूरी करेंगी। मैं एक सोशल साइट ग्रुप की सदस्य थी। इस ग्रुप के सदस्यों में कई वैज्ञानिक भी थे। एक दिन मैंने ब्लैक होल थ्योरी पर अपने कुछ विचारों को साझा किया। ग्रुप के एक सदस्य ने नासा की वेबसाइट का पता देते हुए उस पर यह थ्योरी पोस्ट करने को कहा और मैंने थ्यौरी पोस्ट कर दी।
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