नई दिल्ली: खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (एनपीसी)एशियन प्रॉडक्टीविटी ऑर्गेनाइजेशन, टोक्यो, जापान के सहयोग से टिकाऊ खाद्य मूल्य श्रृंखलाओं के क्षमता निर्माण पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आज नई दिल्ली में शुरु हुआ।
सम्मेलन का उद्घाटन वाणिज्य एवंउद्योग मंत्रालयकेउद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) मेंसचिव और एनपीसीके अध्यक्ष डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र ने किया। अपने उद्घाटन भाषण मेंडॉ.महापात्र ने खाद्य सुरक्षाएवंसंरक्षाअधिनियम, 2006 के माध्यम से अमल में लाए गए टिकाऊ खाद्य मूल्य श्रृंखलाओं और अंतर्राष्ट्रीय मानकों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि खाद्य सुरक्षा आश्वासन की मांग से ही खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रमों का प्रसार हुआ।
एनपीसी के महानिदेशकअरुण कुमार झा ने अपने संबोधन में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के महत्व और क्षमता पर जोर दिया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय केभारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरणकी अध्यक्षरीता तेवतिया ने अपने प्रमुख भाषण में कहा कि खाद्य अपव्यय को रोकने, खाद्य सुरक्षा और खाद्य गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शमन रणनीतियों को विकसित करने की आवश्यकता है।
जापानके एशियन प्रॉडक्टीविटी ऑर्गेनाइजेशन के डॉ. मणिकम असैथम्बी, ने विश्व स्तर पर अपनाई जा रही टिकाऊ खाद्य मूल्य श्रृंखलाओं पर इस कार्यक्रम को आयोजित करने के एनपीसी के प्रयासों की सराहना की। डॉ. मणिकम असैथम्बी ने आशा व्यक्त की कि सम्मेलन के नतीजे से भारत में खाद्य सुरक्षा के लिएटिकाऊ कार्यनीतियां विकसित करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। कल संपन्न होने जा रहे इस सम्मेलन के दौरान खाद्य मूल्य श्रृंखलाओं, खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता के विभिन्न पहलुओं पर तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे।