लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत के युवाओं के जीवन की महत्वपूर्ण यात्रा के मार्ग में कोई बाधा न आने पाये, इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में छात्र-छात्राआंे के सर्वांगीण विकास के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की गयी है। नये भारत के निर्माण में हमारे युवाओं की कैसी भूमिका हो सकती है, इस भाव से इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ब्रह्मलीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महन्त दिग्विजयनाथ जी महाराज द्वारा स्थापित और ब्रह्मलीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी द्वारा पोषित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की लगभग 50 संस्थाए शिक्षा, स्वास्थ्य तथा जनसेवा के विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से समाज व राष्ट्र निर्माण के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार के आह्वान के साथ जुड़ी हुई हैं। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा संचालित संस्थाओं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के साथ-साथ इन संस्थाओं में कार्यरत शिक्षणेत्तर कर्मचारी, आचार्यगण, प्रधानाचार्य और प्राचार्यगण राष्ट्रीय मूल्यों की शिक्षा, देश भक्ति की शिक्षा तथा छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु अपनी भूमिका का निर्वहन करते आ रहे हैं। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की विभिन्न संस्थाओं में 50 हजार बच्चे विभिन्न प्रकार की शिक्षा ग्रहण कर रहे हंै।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि खेल भावना स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ाती है। स्वस्थ एवं सकारात्मक प्रतिस्पर्धा व्यक्ति की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करती है और उसके जीवन में उन्नयन भी लाती है। उन्होंने कहा कि संस्थापक समारोह में एक सप्ताह तक विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताए आयोजित की जाएंगी। इन प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को आगामी 10 दिसम्बर को आयोजित किये जाने वाले समारोह में सम्मानित किया जायेगा। उन्होनें कहा कि राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक नागरिक की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। हर व्यक्ति अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन करे, यही सबसे बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि संस्था एक बार खड़ी कर लेना आसान होता है, लेकिन संस्था को चलाते रहना एक साधना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर देश के अन्दर न केवल सूचना एवं प्रसारण के माध्यम से भारतीय परम्परा एवं संस्कृति, भारतीय पौराणिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए कार्य कर रहे हंै। बल्कि देश के युवाओं में एक नई ऊर्जा का संचार करते हुए युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। आजादी के बाद पहली बार यह देखने को मिला है कि भारत में कितनी ऊर्जा है। भारत दुनिया का सबसे युवा देश है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूरी दुनिया विगत 20 माह से कोरोना महामारी का सामना कर रही है। इसने सामाजिक जीवन और सामान्य जन जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। हम सभी का यह सौभाग्य है कि भारत में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना प्रबंधन दुनिया के सामने एक उदाहरण बना है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना कालखण्ड में देश के प्रत्येक नागरिक की चिन्ता करने के दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने आजादी के वीरों को याद करते हुए कहा कि 04 फरवरी, 1922 को गोरखपुर के चैरी-चैरा में ब्रिटिश हुकूमत की चूलें हिलाने वाली ऐतिहासिक घटना हुई थी। इस घटना में स्थानीय नागरिकों के संघर्ष ने भारत के इतिहास को पूरी तरह बदलने का कार्य किया था। चैरी-चैरा की घटना ने ब्रिटिश हुकूमत को अंतिम चेतावनी दे डाली थी कि देश बहुत दिनों तक गुलाम नहीं रह सकता, देश अपनी आजादी लेकर ही रहेगा।
इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि गोरखपुर का नाम महायोगी गुरु गोरक्षनाथ के नाम पर है। देश और विदेश में गोरखपुर की अपनी एक अलग पहचान है। गोरखपुर ने आजादी के आन्दोलन को एक नई दिशा देने का कार्य किया था। कई महान विभूतियों का संबंध भी गोरखपुर से है।
नई शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि उ0प्र0 ने नयी शिक्षा नीति को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश लगातार विकास कर रहा है। प्रदेश ईज आफ डुईंग बिजनेस रैंकिंग में द्वितीय स्थान पर है और देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में गोरखपुर एम्स 05 वर्षों के अन्दर पूर्ण हो गया है। प्रदेश में सुरक्षा का माहौल मिलने से लोग रोजगार तथा स्वरोजगार के लिए आगे बढ़ रहे है। स्टार्टअप में युवाओं की बहुत बड़ी भूमिका का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय युवा विश्व स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।
इस दौरान महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा एक शोभा यात्रा भी निकाली गयी, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए एम0पी0 इण्टर काॅलेज पर आकर समाप्त हुई। इस अवसर पर जन प्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।