नई दिल्ली: चिकित्सा उपकरण क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग तथा नागरिक उद्यन मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने घोषणा की है कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के तहत राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण संवर्धन परिषद का गठन किया जाएगा। श्री प्रभु आज विशाखापट्टनम में आंध्र प्रदेश मेडटेक जोन में चिकित्सा उपकरणों पर आयोजित चौथे विश्व स्वास्थ्य संगठन वैश्विक मंच के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
चिकित्सा उपकरण उद्योग स्वास्थ्य सुविधा इको-प्रणाली के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और देश के सभी नागरिकों के लिए स्वास्थ्य लक्ष्य प्राप्त करने में बहुत अहम है। भारत में इस क्षेत्र में विभिन्न उत्पादों का निर्माण तेजी से बढ़ रहा है।
राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण परिषद का नेतृत्व औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के सचिव करेंगे। आंध्र प्रदेश मेडटेक जोन परिषद को तकनीकी समर्थन प्रदान करेगा।
राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण संवर्धन परिषद भारत के चिकित्सा उपकरण उद्योग को प्रोत्साहन और विकास की सुविधा देगा, समय-समय पर गोष्ठियों और कार्यशालाओं का आयोजन करेगा, एजेंसियों और संबंधित विभागों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा, चिकित्सा उपकरणों के लिए अंतर्राष्ट्रीय नियम और मानकों के प्रति उद्योग को जागरूक बनाएगा तथा नीति और प्रक्रियाओं के संबंध में सरकार को सुझाव देगा