नई दिल्ली: राष्ट्रीय प्रतिभा खोज योजना के तहत छात्रवृत्ति की वर्तमान संख्या 1000 से बढ़ाकर दोगुनी यानि 2000 कर दी जाएगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के 55 वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर अपने भाषण में इसकी घोषणा की। स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता के मुद्दे पर चिंता जताते हुए केंद्रीय मंत्री ने एनसीईआरटी के निदेशक से तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षाओं के लिए वार्षिक राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण करवाने के लिए कहा है।
राष्ट्रीय आविष्कार अभियान पहल पर उन्होंने काफी देर तक अपने विचार व्यक्त किए और देश के हर जिले के सरकारी स्कूल में आदर्श विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित करने की सरकार की मंशा को भी दोहराया।
उन्होंने विद्यार्थियों के लिए एनसीईआरटी द्वारा तैयार की गई हिंदी, अग्रेंजी, उर्दू और संस्कृत की किताबों की प्रशंसा की और राज्यों द्वारा इन किताबों का क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद में एनसीईआरटी के सहयोग का सुझाव दिया। इस अवसर पर श्रीमती इरानी ने उच्च प्राथमिक कक्षाओं के दृष्टिहीन विद्यार्थियों के लिए ब्रेल लिपि में किताब का विमोचन किया और इस काम के लिए एनसीईआरटी की प्रशंसा की।
मानव संसाधन मंत्री ने बताया कि एनसीईआरटी आज स्कूलों में गुणवत्ता वाली शिक्षा के प्रोत्साहन के नवाचार के लिए पैनल डिस्कशन का आयोजन कर रहा है और उन्होंने यह सुझाव दिया कि पैनल को धीमी गति से सीखने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से सिफारिश पेश करनी चाहिए। उन्होंने एनसीईआरटी को शिक्षकों की शिक्षा के क्षेत्र हुए सभी नए अनुसंधान कार्यों को ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देश दिया।
स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग में सचिव डॉ. एस सी खुंटिया ने गुणवत्ता वाली शिक्षा के उच्च स्तर को बनाए रखने के लिए एनसीईआरटी की प्रशंसा की।
इस अवसर पर एनसीईआरटी के निदेशक ने पिछले पांच दशकों में स्कूली शिक्षा में परिषद की उपलब्धियों का उल्लेख करने के साथ ही स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा हाल ही में की गई विभिन्न पहलों पर भी प्रकाश डाला।