आपको बता दें, कि आज शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन हैं यह भय से मुक्ति और अपार साहस प्राप्त करने का दिन माना जाता हैं वही इस दिन मां के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा अर्चना और उपासना की जाती हैं इनके सिर पर घंटे के आकार का चन्द्रमा होता हैं
जिसकी वजह से इनके भक्त इन्हें मां चंद्रघंटा के नाम से जानते हैं। इनके दसों हाथों में अस्त्र शास्त्र और इनकी मुद्रा युद्ध की मुद्रा होती हैं। वही मां चंद्रघंटा तंत्र साधना में मणिपुर चक्र को नियंत्रित करती हैं वही ज्योतिष में इनका सम्बन्ध मंगल नामक ग्रह से होता हैं वही इस बार मां के तीसरे स्वरूप की उपासना 1 अक्टूबर यानी की आज की जा रही हैं।
जानिए मां चंद्रघंटा की पूजन विधि—
बता दें कि मां चंद्रघंटा की पूजा लाल वस्त्र को धारण करके करना बहुत ही श्रेष्ठ माना जाता हैं मां को लाल पुष्प, रक्त चंदन और लाल रंग की चुनरी समर्पित करना उत्तम माना जाता हैं। वही इनकी पूजा से मणिपुर चक्र मजबूत होता हैं और इस दिन की पूजा से मणिपुर चक्र मजबत होता हैं और भय का नाश भी हो जाता हैं वही अगर इस दिन की पूजा से कुछ अद्भुत सिद्धियों जैसी अनुभूति होती हैं तो उस पर ध्यान न देकर आग साधना करते रहनी चाहिए।
जानिए मणिपुर चक्र को मजबूत करने के लिए क्या करें—
मध्यरात्रि में लाल वस्त्र धारण करें, वही पहले अपने गुरु को प्रणाम करें मां दुर्गा के सामने दीपक जलाएं, और उन्हें लाल पुष्प अर्पित करें। इसके बाद आज्ञा चक्र पर ध्यान लगाए। वही ध्यान के बाद अपने गुरु से मणिपुर चक्र को मजबूत करने की प्रार्थना करें