नई दिल्ली: बेहद तीव्र गति के चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’, जो 09 नवम्बर, 2019 को सुबह साढ़े पांच बजे पाराद्वीप के लगभग 100 किलोमीटर पूर्व दक्षिण पूर्व एवं कोलकाता के 275 किलोमीटर दक्षिण- दक्षिण पश्चिम की दूरी पर है, से निपटने के लिए पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) चक्रवाती तूफान की गतिविधि की करीबी निगरानी कर रहा है, जो वर्तमान में उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। वर्तमान में इस प्रणाली के आस-पास अधिकतम अनवरत वायु लगभग 65-70 किलोमीटर गति की है और तीव्र चक्रवाती तूफान के आज रात तक पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तटों के बीच सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) तथा सुंदर बन मुहाने के निकट खेपूपारा तक आ जाने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल में तैनात नौसेना के वायुसेना के वायुयान इस खतरनाक तूफान के बारे में मछली पकड़ने वाली नौकाओं को चेतावनी दे रहे हैं और उन्हें आश्रय के लिए निकटतम बंदरगाह पर लौट जाने की सलाह दे रहे हैं। विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के तीन जहाज मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) अभियान आरंभ करने के लिए सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल तैनाती हेतु राहत सामग्री के साथ सहायता के लिए खड़े हैं। इसके अतिरिक्त, 10 गोताखोर और चिकित्सा टीमें भी ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल में राहत एवं बचाव प्रयासों में सहायता के लिए तैयार रखी गई हैं। सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने, हताहतों को उनके स्थान से तत्काल हटाने एवं जरूरत के हिसाब से राहत सामग्रियों को गिराने के लिए नौसेना वायु केंद्र, आईएनएस डेगा पर नौसेना वायुयानों को तैयार रखा गया है। पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के नौसेना ऑफिसर्स इंचार्ज हर आवश्यकता के अनुसार सहायता प्रदान करने के लिए संबंधित राज्य प्रशासकों के साथ लगातार संपर्क में हैं।