नई दिल्ली: राष्ट्रीय कैडेट कोर के राष्ट्रीय खेल-2015 का भव्य समापन समारोह दिल्ली में सम्पन्न हुआ जिसमें रक्षा राज्यमंत्री श्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज छावनी के गैरिसन परेड ग्राउण्ड में युवा एनसीसी छात्रसैनिकों की ओर से पेश अभिमुख प्रयाण (मार्चपास्ट) की समीक्षा की ।
ग्यारह दिन तक चले जलसे के समापन समारोह में परिशुद्धि और जोश से भरे प्रदर्शनों ने उपस्थित हर व्यक्ति के हृदय को गर्व से भर दिया ।
इस अवसर पर श्री राव इंद्रजीत सिंह ने भविष्य के नेताओं को तैयार करने में एनसीसी की अहम भूमिका एवं समर्पण को स्वीकार किया जो समय की आवश्यकता है । उन्होंने एनसीसी की समस्त बिरादरी की खेलों के प्रभावशाली संचालन के लिए सराहना की । उन्होंने कहा कि एनसीसी के जीवन के दौरान जीवन में अनुशासन, आत्मसम्मान और आदर जैसे महत्वपूर्ण आयाम सिखाए जाते हैं और देश की कई अहम हस्तियों ने विविध क्षेत्रों में स्कूली या कॉलेज के दिनों में एनसीसी में बिताए अनुभवों की मदद से अपने मुकाम हासिल किए हैं ।
समापन समारोह में “वायब्रैंट-इण्डिया” के विषय पर सैंकड़ों छात्रसैनिकों ने शानदार नृत्य का प्रदर्शन किया । इस दौरान भारतीय सेना की मोटर साइकिल प्रदर्शन टीम “डेयर डेविल्स” एवं पैरा मोटर्स समेत सारंग हेलिकॉप्टर टीम की ओर से पेश किए गए समक्रमित करतबों को देख दर्शक मुग्ध हो गए । ततपश्चात एनसीसी निदेशालयों के आधार पर बने 17 सैन्यदलों ने अभिमुख प्रयाण (मार्चपास्ट) किया, जिसका नेतृत्व एनसीसी ध्वजों को तान कर ‘एकता और अनुशासन’ का निरूपण करने वाले छात्रसैनिकों ने किया ।
एनसीसी राष्ट्रीय खेल- 2015 में प्रत्येक श्रेणी के विजेताओं को मंत्री महोदय ने जयचिह्न (ट्रॉफी) भी भेंट की और रक्षा मंत्री ओवरऑल चैम्पियन्स ट्रॉफी के विजेता पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश एवं चंडीगढ़ निदेशालय रहे ।
एनसीसी राष्ट्रीय खेलों की शुरुआत 1997 में एनसीसी के स्वर्ण जयंती समारोह के हिस्से के तौर पर हुई थी । आगामी वर्षों में इसके प्रारूप में अलग-अलग खेलों के क्षेत्रीय स्तर पर आयोजन को जोड़ा गया। वर्ष 2013 से ही एक केंद्रीयकृत प्रारूप में इन खेलों को दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है । इसका उद्देश्य सैन्यछात्रों में से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को एक बड़े आयोजन का अहसास दिलाना एवं बतौर खिलाड़ी उनके भविष्य को संवारते हुए मैच के लिए अपेक्षित मनोदशा तैयार करना है । एनसीसी निदेशालय के संचालन में इन खेलों में 17 निदेशालयों से लगभग 2000 छात्रसैनिकों ने हिस्सा लिया । राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न क्रीडांगनों में 7 अक्तूबर 2015 से प्रारंभ हुए इन खेलों में सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के सैन्यछात्रों ने खेलों के कुल आठ प्रवर्गों में हिस्सा लिया ।
समारोह में तीनों सेनाओं के संयुक्त मंच के अध्यक्ष और वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल अरूप राहा के अलावा तीनों सेनाओं के कई वरिष्ठ अधिकारी एवं सैन्यकर्मी उपस्थित थे ।