नई दिल्लीः राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) कोर्स का 134वां दीक्षांत समारोह आज पुणे में संपन्न हुआ। इस अवसर पर चीफ ऑफ इंट्रीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ टू द चेयरमैन, चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीआईएससी) लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ मुख्य अतिथि थे।
336 कैडेटों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की ओर से डिग्री प्रदान की गई। डिग्री प्राप्त करने वालों में 81 कैडेट विज्ञान के, 191 कैडेट कम्प्यूडर साइंस के तथा 64 कैडेट आर्ट्स के हैं। कार्यक्रम में मित्र देशों के 8 कैडेटों को भी डिग्रियां प्रदान की गई।
मुख्य अतिथि का स्वागत राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट एयर मार्शल आई.पी. विपिन ने किया। कमांडेंट के संबोधन के बाद एनडीए के प्रिंसिपल ने स्प्रिंग टर्म -2018 की अकादमिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। अपने दीक्षांत भाषण में जनरल सतीश दुआ ने पासआउट करने वाले कैडेटों को बधाई दी। उन्होंने भारत निर्माण में सशस्त्र बलों की भूमिका और महत्व को रेखाकिंत किया और भविष्य के सैन्य नेतृत्वकर्ताओं को पेशेवर तरीके से मूल्यों के साथ राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित किया।
विज्ञान विषय में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए अकादमी कैडेट एडजुटेंट जी के रेड्डी ने जनरल के. सुंदरजी द्वारा भेंट की गई सेना प्रमुख ट्रॉफी जीती। बी.एससी (कम्प्यूटर साइंस) में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए सीएसएम एस एस बिष्ट ने एडमिरल सुरेश मेहता द्वारा भेंट की गई एडमिरल ट्रॉफी प्राप्त किया। समाज विज्ञान विषय में प्रथम स्थान के लिए कैडेट पीएम किरण ने एयर चीफ मार्शल एन.सी. सूरी द्वारा भेंट की गई चीफ ऑफ द एयर स्टाफ ट्रॉफी जीती।