नई दिल्लीः राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने गर्म हवा चलने की संभावना वाले 17 राज्यों के साथ आज बैठक करके राज्यों की तैयारियों और आपदा प्रभावों को कम करने के उपायों की समीक्षा की। हाल की आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए इन आपदाओं से निपटने की तैयारियों का भी मूल्यांकन किया गया।
वीडियों कांफ्रेंस के जरिये बैठक को संबोधित करते हुए एनडीएमए के सदस्य श्री आर के जैन ने राज्यों से अनुरोध किया कि वे गर्म हवा चलने तथा बिजली गिरने जैसी आपदाओं के प्रभावों को कम करने के सरल उपायों के बारे में लोगों को स्थानीय भाषा में शिक्षित करने के लिए व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाएं।
उन्होंने राज्यों से स्थानीय स्तरों पर सीमा रेखा विकसित करने तथा व्यापक रूप से पूर्व चेतावनी सुनिश्चित करने का कार्य करने को कहा।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सूचित किया है कि नियमति पांच दिन के पूर्वानुमान के अतिरिक्त विभाग 0730 बजे विशेष गर्मी बुलेटिनें जारी करेगा ताकि लोग उसी के अनुसार अपना कार्यक्रम तय कर सकें। गर्म हवा चलने के बारे में राज्यों की तैयारियों की व्यापक समीक्षा की गई। यह समीक्षा जिला स्तर तक कार्ययोजना प्रारंभ करने, शरण प्रदान करने, पेय जल की व्यवस्था, श्रमिकों के लिए गर्मी के प्रभाव को टालने के लिए कार्य समयों में परिवर्तन तथा चिकित्सा सुविधा के संदर्भ में की गई।
एनडीएमए ने सभी हितधारकों के प्रशिक्षण के महत्व पर बल दिया ताकि स्थानीय स्तर पर क्षमता सृजन की जा सके और आपात स्थिति में बेहतर कार्रवाई की जा सके। प्राधिकरण ने राज्यों से उनकी गतिविधियों की रिपोर्ट साझा करने को कहा है ताकि किसी एक राज्य में अपनाए जाने वाले श्रेष्ठ व्यवहारों को दूसरे राज्यों में भी अपनाया जा सके।
इसके अतिरिक्त, एनडीएमए गर्म हवा चलने, आंधी-तूफान तथा बिजली गिरने जैसी स्थिति में ‘क्या करें और क्या न करें’ के बारे में सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान चला रहा है। एनडीएमए के ‘बीट द हीट इंडिया’ अभियान को विभिन्न हितधारकों द्वारा व्यापक रूप से प्रचारित किया जा रहा है।