नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने आज दो वर्ष पहले केदारनाथ में राहत एवं बचाव कार्यों में शहीद होने वाले कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के लिए दूसरा बचावकर्ता दिवस मनाया । एनडीआरएफ द्वारा केदारनाथ में बनाए गए शहीद स्मारक पर आज 11 बजे पुष्पांजलि अर्पित की गई और सम्मान गारद पेश किया गया। इस मौके पर आईटीबीपी , वायु सेना तथा स्थानीय सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।दो वर्ष पहले इसी दिन एनडीआरएफ के नौ बहादुर जवान आईटीबीपी और भारतीय वायु सेना के 11 अन्य जवानों के साथ उस समय शहीद हो गए थे जब उन्हें ले जा रहा हेलीकाप्टर भारी गर्जना के कारण गौरीकुंड के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। शहीद होने वाले एनडीआरएफ के जवान हैं- सेकेंड-इन-कमांड नित्यानंद गुप्ता , इंस्पेक्टर भीम सिंह , एसआई/आरओ सतीश कुमार तथा सिपाही संतोष कुमार , अहीर राव गणेश , के विनयगन , संजीव कुमार , पवार शशि कांत तथा बासवराज यरगति।
जून 16, 2013 को बादल का फटना और भारी वर्षा केदारनाथ और बद्रीनाथ के श्रद्धालुओं के लिए कहर साबित हुआ। यह पवित्र स्थल स्थानीय निवासियों सहित अनेक श्रद्धालुओं के लिए मृत्य शैया बन गया ।
पीड़ितों को त्वरित राहत देने के लिए एनडीआरएफ के 14 शहरी खोजी एवं बचाव दल रवाना किए गए। सभी 14 दलों ने प्रतिकूल परिस्थिति में ऊंची पहाड़ियों पर अथक रूप से मानवीय सहायता एवं आपदा राहत कार्य किया। प्रशिक्षित एवं कुशल बचावकर्ताओं ने क्षेत्र की नाजुक पहाड़ियों पर अपने श्रेष्ठ प्रयासों का प्रदर्शन किया और प्रकृति की मार से पीड़ित असहाय लोगों तक पहुंचने में सफल हुए।