अहमदाबाद : सेशल्स के राष्ट्रपति डैनी फौरे ने यहां कहा कि महात्मा गांधी के आदर्श अब भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि अहिंसा के सिद्धांत दुनिया भर में बच्चों को सिखाए जाने चाहिए। फौरे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी दी।
फौरे अपनी भारत यात्रा के तहत शुक्रवार शाम गुजरात पहुंचे और शनिवार को वह साबरमती आश्रम गए। गांधीजी 1917 और 1930 के बीच साबरमती आश्रम में ही रहे। आश्रम के विजिटर्स बुक में फौरे ने लिखा, ‘अहिंसा का सिद्धांत हमें दुनियाभर के बच्चों को सिखाने की जरूरत है और गांधीजी ने वर्षों पहले जो बातें कही थीं, वो आज भी प्रासंगिक हैं। आंख के बदले आंख मांगने से दुनिया अंधी हो जाएगी।’ आश्रम के न्यासी कार्तिकेय साराभाई और सचिव अमृत मोदी ने उन्हें परिसर में घुमाया। उसमें एक अभिलेखागार, एक प्रदर्शनी केंद्र है, जहां गांधीजी रहते थे। अमृत ने बताया, ‘फौरे ने गांधीजी के जीवन व समय के बारे में गहरी दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने कहा कि आश्रम की तरफ से उन्हें गांधी के दर्शन पर दो पुस्तकें भेंट की गईं। बदले में फौरे ने भी अपने देश पर एक पुस्तक तोहफे में दी।