लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव एवं राज्य सरकार द्वारा नेपाल के भूकम्प प्रभावित आपदा पीडि़तों की मदद के लिए किए गए कार्य की सराहना करते हुए भारत सरकार ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि आवश्यकतानुसार राज्य सरकार आगे भी नेपाल के भूकम्प प्रभावित लोगों को मदद उपलब्ध कराती रहेगी।
यह जानकारी देते हुए शासन के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर भारत सरकार की इस भावना से अवगत कराया है। श्रीमती स्वराज ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने नेपाल आपदा पीडि़तों की हर सम्भव सहायता करके जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, इससे सम्पूर्ण विश्व में भारत की सकारात्मक छवि बनी है।
विदेश मंत्री ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भेजी गई बसों से हजारों लोगों को नेपाल से सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके साथ ही ट्रकों द्वारा भेजे गए ड्राई फ्रूट, मिनरल वाॅटर, दवाएं, मिल्क पाउडर, अन्य खाद्य सामग्री, कपड़े, कम्बल, तार पोलिन एवं प्लास्टिक सीट्स, तौलिया, टाॅर्च, सोलर लालटेन, यूटेन्सिल्स, मैट्स, रोप, स्लिपिंग मैट्रेस, इलेकिट्रक आइटम, ट्रांसफार्मर आदि जो राहत सामग्री पहुंचाई गई, इससे भूकम्प पीडि़त लोगों को समय से सहायता उपलब्ध कराने में मदद मिली। उन्होंने कहा है कि किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ ने त्वरित चिकित्सकीय सहायता पहुंचाकर मानवता की जो सेवा की है, वह सराहनीय है।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नेपाल में आये विनाशकारी भूकम्प, आपदा से प्रभावित लोगों के लिए राहत पहुंचाने तथा नेपाल में फंसे भारतीयों एवं विभिन्न देशों के नागरिकों एवं पर्यटकों को सकुशल सोनौली बाॅर्डर से बाहर निकालने के लिए राज्य परिवहन निगम की 215 बसें काठमाण्डू भेजी गईं थी। इसके अलावा 67 बसें सोनौली-भैरहवा बाॅर्डर पर तैनात की गईं थी। साथ ही, पैरामेडिकल स्टाफ सहित विशेषज्ञ चिकित्सा टीम काठमाण्डू भेजी गई थी, 12,316 लोगों को नेपाल से सकुशल सोनौली बाॅर्डर होते हुए गोरखपुर लाया गया था, फिर वहां उन्हें प्राथमिक उपचार देकर अगले गंतव्य की ओर रवाना किया गया था। राज्य सरकार द्वारा 1,431 ट्रकों द्वारा राहत सामग्री पहुंचाई गई थी।