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नेपाल की रेडक्रास सोसाईटी ने भूकम्प पीडि़तों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का आभार जताया

उत्तर प्रदेश
लखनऊ: मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देशों के क्रम में नेपाल में भूकम्प पीडि़तों की सहायता के लिए राज्य सरकार लगातार राहत व बचाव कार्य में सक्रिय है। नेपाल में फंसे लोगों को निकालने के लिए लगातार बसें भेजकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को सकुशल वापस लाने एवं प्रदेश सरकार की ओर से नेपाल को अधिक से अधिक सहायता मुहैया कराने के निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा भूकम्प की घटना की सूचना प्राप्त होते ही दे दिए गए थे। नेपाल की रेडक्रास सोसाईटी ने नेपाल में भूकम्प पीडि़तों की सहायता के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का आभार जताया है।

यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि अभी तक राज्य सड़क परिवहन निगम की 200 से अधिक बसों एवं अन्य साधनों से सोनौली बार्डर 20 हजार से भी अधिक भूकम्प पीडि़तों को वापस लाया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि राज्य से नेपाल के लिए बड़ी मात्रा में चावल, दाल, आटा, कम्बल, बिस्कुट, क्लोरीन टैबलेट, टेण्ट, प्लास्टिक तिरपाल, ब्लीचिंग पाउडर, सैनिटरी पैड, तौलिये, नमकीन, ड्राई लन्च पैकेट, मिनरल वाटर की बोतलें, चीनी, ग्लूकोज, मिल्क पाउडर इत्यादि भेजे गए हैं। अभी तक 337 ट्रक खाद्य सामग्री, 58 ट्रक मिनरल वाटर, 13 ट्रक मेडिसिन व क्लिनिकल सामग्री, 15877 कम्बल, 15324 तिरपाल तथा 3466 तौलिये, 1000 टार्च, 516 सोलर लालटेन, 1205 चटाईयों सहित कुल 450 ट्रक सामग्री भेजी गयी है।
इसके अलावा, राज्य सरकार से भूकम्प पीडि़तों के सहायतार्थ अनेक निजी एवं स्वयंसेवी संस्थाओं तथा सामान्य नागरिकों ने राशन, खाद्य सामग्री, कपड़े, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुएं एवं श्रमदान करने हेतु सम्पर्क किया है, जिसे नेपाल सरकार से समन्वय स्थापित कर हस्तान्तरित कराया जा रहा है। आकांक्षा समिति महराजगंज, ऐक्शन फार सोशल जस्टिस कमेटी लखनऊ, नारायण दास खत्री मेमोरियल ट्रस्ट, बजाजा फैजाबाद एवं उ0प्र0 सिंधी अकादमी लखनऊ द्वारा उपलब्ध करायी गयी राहत सामग्री नेपाल भेजी गयी है।
सभी जिलाधिकारियों को सहयोग हेतु इच्छुक संस्थाओं व व्यक्तियों से समन्वय स्थापित कर राहत सामग्री की व्यवस्था कराने के निर्देश दिये गए है। इस हेतु इच्छुक संगठन एवं सामान्य नागरिक उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण पिकप भवन गोमती नगर में 24 घंटे सक्रिय कंट्रोल रूम फोन नम्बर 0522-4915703, 4915707, 2306882 पर सीधे भी सूचना दे सकते हंै। आर्थिक सहायता देने के इच्छुक व्यक्ति ‘मुख्यमंत्री पीडि़त सहायता कोष, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के नाम चेक अथवा बैंक ड्राफ्ट जो लखनऊ में देय हो, मुख्यमंत्री कार्यालय लेख अनुभाग-2 तृतीय तल, एनेक्सी भवन, लखनऊ भेज सकते हंै। आर्थिक सहायता सेंट्रल बैंक, शाखा-कैंट, लखनऊ के खाता सं0 1378820696 में सीधे भी हस्तांतरित की जा सकती है।
प्रवक्ता ने कहा कि नेपाल से आ रहे भूकम्प पीडि़त शरणार्थियों के लिए मुख्य राहत शिविर गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्थापित कर दिया गया है। इसके अलावा, कैम्पियरगंज जनपद गोरखपुर में कन्ट्रोल रूम/सहायता केन्द्र स्थापित है, जो भूकम्प पीडि़तों को गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित मुख्य राहत शिविर तक पहुंचने में सहायता प्रदान कर रहा है। कैम्पियरगंज कन्ट्रोल रूम का नं0-05512201004, 9454416232 है। राज्य सरकार द्वारा सीमावर्ती जनपदों में स्थित सीमा चैकियों पर राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। इन राहत शिविरों में खान-पान की उचित व्यवस्था के साथ-साथ जीवनरक्षक दवाइयां व स्थानीय चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
गोरखपुर विश्व विद्यालय परिसर में स्थापित राहत शिविर में नेपाल से आने वाले भूकम्प पीडि़तों के सहायतार्थ मेडिकल कैम्प, नाश्ता/भोजन आदि की व्यवस्था के साथ-साथ उनके पास स्थित नेपाली करेन्सी को इण्डियन करेन्सी में बदलने की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा अपना केन्द्र स्थापित किया गया है जिसमें 418 व्यक्तिियों द्वारा लगभग 27 लाख रु0 का विनिमय किया गया है। आगन्तुकों की सुविधा के लिये ए0टी0एम0 की व्यवस्था करायी गयी है। कुल 633 भूकम्प पीडि़तों को चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध करायी गयी है। इस प्रकार अभी तक 710 विदेशी नागरिकों सहित कुल 11238 भूकम्प पीडि़तों को उक्त सुविधाएं प्रदान करते हुए उनके गन्तव्य हेतु रवाना किया जा चुका है।
भूकम्प पीडि़तों को चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों की टीमें एम्बुलेंस एवं आवश्यक सामग्री के साथ विभिन्न स्थलों पर पहले से ही तैनात की गयी हैं। लखनऊ से आॅर्थोपेडिक सर्जन एवं पैरामेडिकल के 10 सदस्यों की एक अन्य पृथक टीम 02 पोर्टेबल एक्सरे मशीन तथा 20 हजार ब्लड बैंक टेस्टकिट के साथ नेपाल गयी है।

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