केंद्रीय इस्पात मंत्री, श्री रामचंद्र प्रसाद सिंह ने आज कोलकाता के न्यूटाउन में एमएसटीसी के नए कॉरपोरेट भवन का उद्घाटन किया। मंत्री ने एक डाटा सेंटर का भी उद्घाटन किया और साथ ही 10 एस एंड्रॉयड पर मोबाइल ऐप भी जारी किया। इस अवसर पर केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री, श्री फुग्गन सिंह कुलस्ते भी मौजूद थे।
मंत्री ने एमएसटीएल के अधिकारियों को शहर में उनकी अपनी इमारत होने के लिए बधाई देते हुए कहा कि एमएसटीसी का नया कॉर्पोरेट भवन एक अत्याधुनिक निर्माण है, जिसमें नवीनतम सुविधाओं को शामिल किया गया है।
श्री सिंह ने कहा कि एमएसटीसी, जिसकी शुरूआत मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन लिमिटेड के रूप में की गई थी, राज्य और केंद्र सरकारों को ई-नीलामी के लिए विशेष समाधान प्रदान करते हुए ई-कॉमर्स की नंबर वन खिलाड़ी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पर्यावरण के अनुकूल कई प्रकार की पहलें की गई हैं और ग्रीन स्टील मिशन की दिशा में भी काम किया जा रहा है।
आज, एमएसटीसी एक सराहनीय ई-कॉमर्स सेवा प्रदाता कंपनी बन चुकी है जो केंद्र और राज्य सरकारों को उनकी प्रमुख परियोजनाओं जैसे स्पेक्ट्रम नीलामी, कोयला ब्लॉक नीलामी, खान और खनिज नीलामी, रेत खनन ब्लॉक नीलामी, उड़ान जैसी परियोजनाएं, पेट्रोलियम उत्पादों के आयात और निर्यात के लिए बोली लगाने वाला मंच, डी1पीएएम के माध्यम से बीमारू सीपीएसई और अन्य सरकारी विभागों के लिए रणनीति निर्माण और संपत्ति की बिक्री और इस प्रकार के कई अन्य ऐसे क्षेत्र हैं जहां एमएसटीसी ने बड़े पैमाने पर अपनी उपस्थिति महसूस करवाया है। यह बड़ी संख्या में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के कुछ बड़े संगठनों को भी ई-नीलामी सेवाएं प्रदान कर रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष (2020-21) में इसके कारोबार की कुल लेन-देन मात्रा 1.25 लाख करोड़ से ज्यादा थी। इस परिचालन से कुल राजस्व 428 करोड़ रुपये प्राप्त हुए जबकि टैक्स देने के बाद लाभ 101.07 करोड़ था।
उद्घाटन किए गए नवनिर्मित भवन का कुल कवर एरिया लगभग 55000 वर्ग फीट है। यह भवन 11 फ्लोर की है जिसमें ग्राउंड फ्लोर के साथ 10 मंजिलें हैं। लगभग 55 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित हुए इस भवन को आईजीबीसी (इंडिया ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल) ने ग्रीन बिल्डिंग के रूप में प्रमाणित किया है। एमएसटीसी के इस कॉर्पोरेट भवन में कंक्रीट का न्यूनतम उपयोग और साथ ही साथ इस्पात का गहन संरचनात्मक उपयोग किया गया है। इसके अलावा, यह भवन इंटेलिजेंट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम (आईबीएमएस) से युक्त है, जिसमें सुरक्षा निगरानी, एसी, आंतरिक प्रकाश व्यवस्था, लिफ्ट, फायर फाइटिंग और फायर डिटेक्शन सिस्टम जैसी सभी सेवाओं को भवन प्रबंधन प्रणाली में एकीकृत किया गया है। इसके छत पर बिजली का उत्पादन करने के लिए सोलर पैनल लगाए गए हैं और ऊर्जा की खपत में कमी लाने के लिए एलईडी बल्बों का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया है। जल संरक्षण करना बहुत ही महत्वपूर्ण है, इस बात को ध्यान में रखते हुए भवन में वर्षा जल संचयन प्रणाली को शामिल किया गया है।
एमएसटीसी लिमिटेड, जिसे पूर्व में मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन के नाम से जाना जाता था, की स्थापना 1964 में लौह आधारित स्क्रैप के निर्यात करने हेतु एक नियामक निकाय के रूप में की गई थी और उसके बाद वह लौह आधारित स्क्रैप और पुराने जहाजों का आयात कर देश में उसे तोड़ने के लिए कैनालाइजिंग एजेंसी बनी। एमएसटीसी ने ई-कॉमर्स में पारंपरिक व्यवसाय हटकर विविधता ला दी है, आज पूरे देश में एमएसटीसी के सत्रह से ज्यादा कार्यालय हैं।
एमएसटीसी ने एमआईएस महिंद्रा इंटीग्रेटेड लिमिटेड के साथ मिलकर एक संयुक्त उद्यम कंपनी, ‘महिंद्रा एमएसटीसी रीसाइक्लिंग प्राइवेट लिमिटेड’ (एमएमआरपीएल) का गठन किया है। एमएमआरपीएल द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पर्यावरण की दृष्टिकोण से अनुकूल, ईएलवी (एंड ऑफ लाइफ व्हीकल) को स्क्रैप करने के लिए नोएडा, चेन्नई और पुणे में तीन कलेक्शन और डी मेंटलिंग (सीएंडडी) केंद्र स्थापित किया गया है। अन्य कई जगहों पर और ज्यादा सीएंडडी केंद्र खोलने की योजना है।