नई दिल्ली: प्रख्यात विज्ञान तथा लेखक एवं वैज्ञानिक पद्मभूषण जयंत नार्लीकर, सुप्रसिद्ध हिन्दी लेखक रमेश चंद्र शाह और जाने-माने शायर मुनव्वर राना समेत 24 भारतीय भाषाओं के लेखकों को आज यहां साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित कवि केदारनाथ सिंह ने आज यहां एक गरिमापूर्ण समारोह में इन लेखकों को पुरस्कार प्रदान किया।
प्रत्येक लेखक को एक-एक लाख रूपए की राशि, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न तथा शॉल भेंट किया गया। समारोह में आकादमी के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर कंवर भी मौजूद थे। गुजराती के लेखक अश्विन मेहता तथा कोंकणी की लेखिका माधवी सरदेसाय को ये पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान किए गए। उनके परिजनों ने ये पुरस्कार ग्रहण किए जबकि बंगला के लेखक उत्पल कुमार बसु तथा अंग्रेजी के लेखक आदिल जस्सावाला को उनकी अनुपस्थिति में ये पुरस्कार उसके प्रतिनिधियों ने ग्रहण किए। संस्कृत के लिए प्रभुनाथ द्विवेदी, मैथिली के लिए आशा मिश्र, कश्मीरी के लिए शाद रमजान, ओडिया के लिए गोपाल कृष्ण रथ, पंजाबी के लिए जसविन्दर सिन्धी के लिए गोपे कमल था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. एम वीरप्पा मोइली को वर्ष 2014 के सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया है। मोइली को वर्ष 2007 में प्रकाशित कन्नड़ कविता की उनकी पुस्तक ‘श्री रामायण महान्वेषणमÓ के लिए चुना गया है। के के बिड़ला फाउंडेशन द्वारा 1991 में सरस्वती सम्मान देने की शुरुआत की गयी थी। यह सम्मान हर वर्ष साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।