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प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में नई पहचान मिल रही: सीएम

उत्तर प्रदेश

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में निर्माणाधीन एवं नवीन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं तथा औद्योगिक क्लस्टर और उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर के विकास कार्यों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में विगत साढ़े 05 वर्षों में उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। वर्ष 2017 तक मात्र 02 एक्सप्रेस-वे वाले उत्तर प्रदेश में आज 06 एक्सप्रेस-वे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग भी विगत 05 वर्ष पहले की तुलना में लगभग दोगुने हो गए हैं। बॉर्डर एरिया कनेक्टिविटी में आशातीत सुधार हुआ है। बेहतर कनेक्टिविटी विकास को रफ्तार देने का सबसे प्रमुख माध्यम है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नए भारत के नए उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में नई पहचान मिल रही है। आज पूर्वांचल एक्सप्रेस, बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद वर्तमान में गंगा एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। जन आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए बुंदेलखण्ड क्षेत्र की जीवनरेखा बन चुके बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस को झांसी और चित्रकूट से जोड़ा जाना आवश्यक है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे और झांसी लिंक एक्सप्रेसवे के लिए बजट की व्यवस्था की जा चुकी है। यह दोनों नए एक्सप्रेसवे बुंदेलखण्ड की तरक्की की तेज करने वाले होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रारम्भिक अध्ययन के अनुसार चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे लगभग 20 कि0मी0 का होगा, जबकि झांसी लिंक एक्सप्रेसवे लगभग 125-135 कि0मी0 का होगा। दोनों नए लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विधिवत अध्ययन करते हुए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें तथा भूमि क्रय करने की प्रक्रिया यथाशीघ्र प्रारम्भ की जाए। कार्य की गुणवत्ता और परियोजना की समयबद्धता सुनिश्चित की जाए। इस वर्ष वन महोत्सव के अवसर पर सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौधे लगाए जाएं। पौधों की उपलब्धता वन विभाग द्वारा कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वांचल और बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे के दोनों ओर औद्योगिक क्लस्टर के विकास की प्रक्रिया तेज की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि आई0एम0एल0सी0 स्थान इंटरचेंज के अधिकतम 03 कि0मी0 के भीतर ही हो। क्लस्टर के लिए भूमि चिन्हित कर नियमानुसार तत्काल भूमि अधिग्रहीत की जाए। इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेसवे के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। यह एक्सप्रेसवे प्रत्येक दशा में दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखें, ताकि प्रयागराज कुंभ-2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालुगण गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें। गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए स्थान चिन्हित कर लिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रगति संतोषप्रद है। जनपद गोरखपुर, संतकबीर नगर आजमगढ़ और अम्बेडकर नगर के लिए यह शानदार कनेक्टिविटी का माध्यम बनेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस का निर्माण समयबद्ध ढंग से पूरा कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश को रक्षा उत्पादन का हब बनाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाली उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में देश-दुनिया की बड़ी रक्षा उत्पाद निर्माता कम्पनियां निवेश कर रही हैं। अब तक 21 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर में हो चुका है। लखनऊ नोड में ब्रम्होस एयरोस्पेस, एरोलॉय टेक्नोलॉजी, झांसी नोड में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, कानपुर नोड में अडानी डिफेंस सिस्टम, अलीगढ़ में एमिटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और एंकर रिसर्च लिमिटेड जैसी बड़ी कम्पनियां अपनी इकाई लगा रही हैं। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के नवीन प्रस्तावों के सम्बन्ध में तत्काल निर्णय लें। कोई भी प्रस्ताव लम्बित न रखें।

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