नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में, जम्मू का दौरा किया। उन्होंने राज्य में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए विकास परियोजनाओं की एक श्रृंखला का अनावरण किया। प्रधानमंत्री आज लेह, जम्मू और श्रीनगर के एक दिवसीय दौरे पर हैं।
प्रधानमंत्री ने जम्मू यात्रा के दौरान सांबा के विजयपुर में एम्स की आधारशिला रखी। श्री मोदी ने कहा कि एम्स की स्थापना से लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिलेगी और इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा पेशागत लोगों की कमी दूर होगी। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर मेडिकल कॉलेजों में जल्द ही 500 और सीटें जोड़ी जाएंगी
प्रधानमंत्री ने आज यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कठुआ का उद्घाटन करते हुएखुशी जताई कि जम्मू के युवाओं को 10% ईडब्ल्यूएस कोटा से लाभ प्राप्त होगा।
उन्होंने जम्मू में भारतीय जन संचार संस्थान के उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र परिसर के निर्माण की आधारशिला भी रखी। कैम्पस टीएमएटी जम्मू की स्थापना शैक्षणिक वर्ष 2012-13 में की गई थी और तब से यह एक अस्थायी भवन से काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने जम्मू के किश्तवाड़ में 624 मेगावाट की किरू पनबिजली परियोजना और 850 मेगावॉट रैटल हाइड्रो इलेक्ट्रिक परियोजना की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा, “क्षेत्र में नई बिजली परियोजनाएं युवाओं को रोजगार प्रदान करेंगी”। प्रधानमंत्री ने सौभाग्य योजना के तहत जम्मू और कश्मीर में परिवारों के 100% विद्युतीकरण की भी घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कश्मीर घाटी में कश्मीरी प्रवासी कर्मचारियों के लिए पारगमन आवास के निर्माण की आधारशिला रखी। उन्होंने घोषणा की कि विस्थापित कश्मीरियों को 3000 पदों पर नियुक्त करने के लिए काम जारी है। उन्होंने कहा, “भारत उन परिस्थितियों को नहीं भूलेगा जिनमें पंडितों को अपना घर छोड़ना पड़ा था।” उन्होंने कहा कि देश को उन लोगों के साथ निश्चित रूप से खड़ा होना चाहिए जिन्हें पड़ोसी देशों द्वारा सताया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना (एनआरसीपी) के तहत देविका और तवी नदियों के प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से परियोजना की आधारशिला रखी। इस परियोजना का मार्च 2021 तक पूरा होना निर्धारित है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे जवानों की सुरक्षा के लिए सीमा पर 14000 बंकर बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने 500 करोड़ रुपये के अनुदान के साथ ओआरओपी के साथ छल करने की कोशिश की थी जबकि हमने 35000 करोड़ रूपये आवंटित किए हैं। उन्होंने कहा कि अगर पूर्व शासक सक्रिय रहे होते तो करतारपुर साहिब भारत का हिस्सा होता।
आज की जम्मू की यात्रा का एक और आकर्षण प्रधानमंत्री द्वारा सजवाल में चिनाब नदी पर 1640 मीटर चौड़ाई के दो लेन पुल का शिलान्यास किया जाना था। यह सजवाल और इंद्री पट्टियन की आबादी के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा जिससे दोनों स्थानों के बीच यात्रा की दूरी 47 किलोमीटर से घटकर 5 किलोमीटर तक आ जाएगी। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि जम्मू-कश्मीर में संपर्क को बेहतर बनाने के लिए 40,000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।