नई दिल्ली: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि देश के कृषि बाजारों में ई-संपर्कता के लिए सरकार जल्द ही एक नया सॉफ्टवेयर शुरू करेगी। आज तेलंगाना के मेदक जिले में
मूलूगू गांव में श्री कौन्डा लक्ष्मण तेलंगाना स्टेट हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी के शिलान्यास समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा कि नए सॉफ्टवेयर के आने से कृषि बाजारों की संपर्क बाधाएं दूर हो जाएंगी और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्राप्त होने में मदद मिलेगी।
श्री राधामोहन सिंह ने कहा कि कर्नाटक ने 50 कृषि बाजारों को एक मंच पर लाने में सफलता प्राप्त की है जिससे किसानों को बहुत लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना सहित 12 राज्यों ने इस संबंध में प्रस्ताव भेजे हैं और केन्द्र प्रत्येक कृषि बाजार के लिए 30 लाख रूपए मंजूर करेगा। श्री सिंह ने राज्य सरकार की सराहना की कि उसने बागवानी विश्वविद्यालय का नाम श्री कौन्डा लक्ष्मण के नाम पर रखा है, जिन्हें तेलंगाना गांधी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना माननीय वित्त मंत्री की बजट घोषणा के अनुरूप की गई है। इसके साथ हरियाणा में एक अन्य बागवानी विश्वविद्यालय तथा आंध्र प्रदेश में एक-एक कृषि विश्वविद्यालय खोले जाएंगे।
2014-15 वित्त वर्ष में इस बागवानी विश्वविद्यालय के लिए 100 करोड़ रूपए की धनराशि जारी की गई है। वर्ष 2015-16 वित्त वर्ष के दौरान 75 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं जिनमें से पहली किस्त के रूप में 37.5 करोड़ रुपए जारी कर दिए गए हैं। मंत्री महोदय ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद कृषि शिक्षा को बहुत प्रोत्साहन मिलेगा।
श्री राधामोहन सिंह ने कहा कि देश में कृषि के विकास के लिए उच्च कृषि शिक्षा और अनुसंधान संस्थाएं महत्वपूर्ण काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि चीन के अलावा भारत ही विश्व में ऐसा देश है जहां सबसे अधिक संख्या में कृषि वैज्ञानिक और अनुसंधान कर्ता काम करते हैं। कृषि शिक्षा एवं अऩुसंधान संबंधी क्षेत्र में 30 हजार से अधिक वैज्ञानिक और एक लाख से अधिक सहयोगी स्टॉफ काम कर रहा है।
इस अवसर पर श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि तेलंगाना राज्य की मिट्टी इस किस्म की है कि इस क्षेत्र को “सीड बाउल” के रूप में विकसित किया जा सकता है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री श्री के.चन्द्रशेखर राव ने कृषि मंत्री से आग्रह किया कि केन्द्र तेलंगाना की सहायता करे ताकि वह विश्व का “सीड बाउल” बन सके। इस अवसर पर तेलंगाना के कृषि मंत्री श्री पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी, तेलंगाना विधान परिषद के अध्यक्ष श्री के.स्वामी गौड, राज्य के सिंचाई, विपणन, खान एवं विधायी मामलों के मंत्री श्री टी. हरीश राव, वन, पर्यावरण एवं पिछड़ा वर्ग मंत्री श्री जी.जोगू रामन्ना, तेलंगाना विधानसभा की उपसभापति श्रीमती पी.पद्मा देवेन्दर रेड्डी, डी.ए.आर.ई.के सचिव एवं महानिदेशक डॉ. एस.अय्यप्पन और विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सी.पार्थसारथी भी उपस्थित थे।