भारत, सबसे बड़ी युवा एवं उभरती हुयी अर्थव्यवस्था, होने का दावा करती है और प्रमुख रुप से जेन-Z व साथ ही साथ मिलिनियल आबादी के होने का और इस पूरी आबादी का ज्यादा जोर आज के समय में खर्च पर है न कि बचत पर (भारतीयों के आम व्यवहार के विपरीत), इच्छित खरीद व विभिन्न आनलाइन शॉपिंग विकल्पों के लिए उनकी आसान पहुंच है अफोर्डबुल रिटेल क्रेडिट पर। हालांकि जब यह एक पैटर्न बन जाए तो मिलिनियल को भरोसेमंद वित्तीय प्रबंधन को एक टूल की तरह तलाशना चाहिए।
युवाओं के लिए, जो कि भारत का भविष्य हैं, यहां पेश है पैसे बचाने व उनके भविष्य के निवेश के लिए एक गाइड:
खर्च को ट्रैक करें
मिलिनियल्स पैसे को एक सुलभ साधन के तौर पर देखते हैं और पसंद करते हैं इसका उपयोग करना जिसका परिणाम होता है पे-चेक टू पे-चेक एक्जिस्टेंस के रुप में, इससे पहले कि वो इसे महसूस कर सकें। इसलिए खर्च के ट्रेंड को समझते हुए यह पहला तार्किक कदम होता है कि बुद्धिमत्तापूर्ण बचत के तरीके विकसित किए जाएं। आज के टेक सैवी युवा के लिए स्मार्ट टिप है कि वो एक्सपेंस ट्रैकर एप का उपयोग करें। समूह में होने वाले खर्च जैसे छुट्टियां मनाने, शापिंग और खान-पान को एप का इस्तेमाल कर अनाप-शनाप खर्चों में कमी लाएं और उनकी निगरानी पर काम करें। एप्स रिमाइंडर्स को शेड्यूल करते हैं बिलों के भुगतान में और बाहर खाने व छुट्टी मनाने के दौरान बिलों के भुगतान को स्पिलिट करने में मदद करते हैं।
आसानी से चुकाए जाने वाले खर्च
कैफे मीट, स्माल डिनर या अन्य खर्चों जैसे आसानी से चुकाए जा सकने मदों को ध्यान में रखते हुए, जिन्हें ब्याज मुक्त अवधि में चुकाया जा सकता है, क्रेडिट कार्ड के हद से ज्यादा उपयोग से बचें। यह स्वस्थ क्रेडिट स्कोर बरकरार रखने व क्रेडिट योग्य बनाए रखने में मदद करेगा।
आपातकाल के लिए फंड बनाएं
नया आटोमोबाइल खरीदने, शादी के लिए बचत करने या घर की पुनर्सज्जा अथवा स्वास्थ्य क्षेत्र में आपात स्थिति जैसे उद्देश्यों के लिए एक उपयुक्त धनराशि अवश्य उपलब्ध रहनी चाहिए। इस तरह के उद्देश्य आपको बेहतर बचत के अभ्यास के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। एक आपात फंड की आवश्यकता हालांकि एसी चीज है जो बचत के मामले में अक्सर भुला दी जाती है।
बीमा पर निर्भरता
आजकल बीमा लेना एक जरुरत बन चुका है क्योकि यह जीवन में किसी भी दिक्कत और दुर्घटना की स्थिति में वित्तीय सुरक्षा देता है। युवाओं को मूलभूत बीमा पालिसियां जैसे कंपनी का सामूहिक स्वास्थ्य बीमा या वैयक्तिक स्वास्थ्य बीमा कवर, दुर्घटना बीमा, जीवन बीमा आदि को चुनते हुए अपनी वित्तीय दशा के लिए सुरक्षा चक्र रखने का हमेशा ध्यान रखना चाहिए।
जीवनशैली में कुछ सुधार करें
मिलिनियल और जेन-जेड दूसरी तरह की जीवनशैली व जीवन के ढर्रे की प्राथमिकताएं रखते हुए स्मार्टफोन्स, सोशल मीडिया और डिजिटल लाइफ के आदी होते हैं। यदि विवेकपूर्ण ढंग से प्रबंधन किया जाए तो डिजिटल लाइफ का नया तरीका अच्छी बचत व स्क्रीनटाइम के साथ संतुलन का परिणाम दे सकता है। उदाहऱण के लिए यहां अनगिनत ओटीटी प्लेटफार्म्स हैं जिनमें एक-दो का वार्षिक सब्सक्रिप्शन लेकर मैनेज किया जा सकता है और बाकी को तीन महीने की अवधि के लिए। इससे अच्छी बचत की जा सकती है।
संक्षेप में
पैसों की बचत जीवन का एक महत्वपूर्ण कौशल है जिसे किसी भी उम्र में अपनाया जा सकता है और अगर कम उम्र से अपना लिया जाए तो यह सभी के लिए लाभदायक हो सकता है। वित्तीय अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण है आपको अपने पैसे पर पूरा नियंत्रण रखने के लिए न कि इसकी विपरीत स्थिति के लिए।
लेखक- आफरीन अली, एवीपी- मार्केटिंग कम्यूनिकेशन, होम क्रेडिट इंडिया में कार्यरत है।