नई दिल्ली: मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि नई ट्रेनों के मामले में भी रेलमंत्री अपने रुख में बदलाव ला सकते हैं। पहले यह संकेत आ रहे थे कि नई ट्रेनों का ऐलान नहीं होगा लेकिन अब माना जा रहा है कि अपेक्षाकृत कम लेकिन नई ट्रेनें चलाई जा सकती हैं। दरअसल, रेलमंत्री ने जनता और सांसदों से रेलवे को सुझाव देने के लिए कहा था।
सूत्रों के मुताबिक, सांसदों की ओर से जो अनुरोध आए, अगर उन सभी को मान लिया जाए तो रेलवे को सौ से ज्यादा ट्रेनें चलानी पड़तीं। अब रेलमंत्री कुछ ट्रेनें चलाने का ऐलान कर सकते हैं। इनमें भी ज्यादा जोर प्रीमियम ट्रेनों पर हो सकता है। इसकी वजह यह है कि प्रीमियम ट्रेनों से रेलवे को जमकर कमाई होती रही है और इसका फायदा सीधे रेलवे की आर्थिक सेहत को मिलता है। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इस तरह से प्रीमियम और अन्य यात्री ट्रेनों को मिलाकर रेलमंत्री 50 से 100 ट्रेनों का ऐलान कर सकते हैं। इनमें कुछ ट्रेनों का विस्तार भी दिया जा सकता है।