नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार (एनएफएआई) और भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) ने फिल्मों और फिल्म सामग्री की भंडारण सुविधा के निर्माण हेतु तीन एकड़ भूमि के हस्तांतरण के लिए आज एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह भूमि एफटीआईआई की है जो पुणे स्थित कोथरुड परिसर में है। यह भूमि फिल्म भंडारण सुविधा के निर्माण के लिए एनएफएआई को हस्तांतरित की जाएगी। एफटीआईआई के निदेशक श्री भूपेन्द्र कंथोला और एनएफएआई के निदेशक श्री प्रकाश मैगडम ने आज एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
एफटीआईआई के निदेशक श्री भूपेन्द्र कंथोला ने कहा, ‘पिछले कई दशकों से एनएफएआई भारत की सिनेमाई विरासत का संरक्षण कर राष्ट्र की उल्लेखनीय सेवा करता रहा है। इस दिशा में कोई भी योगदान कभी भी पर्याप्त नहीं हो सकता है। एफटीआईआई इस व्यापक प्रयास के लिए अपनी छोटी सी भूमि सहर्ष दे रहा है।’
श्री प्रकाश मैगडम ने कहा, ‘फिल्म संरक्षण के इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु एनएफएआई से समझौता करने के लिए हम एफटीआईआई का धन्यवाद करते हैं। एनएफएआई के प्रयासों में तेजी लाने की बदौलत पिछले 3-4 वर्षों से संरक्षण के लिए सेल्युलॉयड फिल्मों का प्रवाह सतत रूप से हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप एनएफएआई की भंडारण क्षमता लगभग अपने चरम पर पहुंच चुकी है। अतः नई भंडारण क्षमता का निर्माण करने की जरूरत है।’ एनएफएआई ने नई भंडारण क्षमता का निर्माण करते वक्त सर्वोत्तम विशेषज्ञता का उपयोग करने का इरादा व्यक्त किया है।