नई दिल्ली: राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) ने आज नई दिल्ली के इंडिया हेबिटेट सेंटर में “ग्रासरूट इंफोरमेटिक्स – विविड : वीविंग ए डिजिटल इंडिया” विषय पर तीन दिन के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया।
इसका उद्घाटन केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी और विधि और न्याय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने किया। इस अवसर पर इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी और विधि और न्याय राज्य मंत्री श्री पी. पी. चौधरी, इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की सचिव सुश्री अरूणा सुंदरराजन, इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में अपर सचिव डॉ. अजय कुमार, एनआईसी की महानिदेशक सुश्री नीता वर्मा और एनआईसी की उपमहानिदेशक सुश्री रमा नागपाल उपस्थित थीं।
इस अवसर पर इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी तथा विधि और न्याय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र भारत का प्रौद्योगिकी सेतु है और यह माननीय प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया विजन का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त है। उन्होंने जिला सूचना अधिकारियों (डीआईओ) से अन्वेषक और सक्रिय होने को कहा। उन्होंने कहा कि एनआईसी को जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने के लिए सुधार वादी दृष्टिकोण अपनाना होगा। उन्होंने एनआईसी से अपील की कि वह 1.9 करोड़ ग्रामीण नागरिकों तथा 6.15 लाख कारोबारियों को डिजिटल भुगतान प्रणाली का प्रशिक्षण देने वाले कॉमन सर्विस सेंटरों (सीएससी) से जुड़ें।
श्री रवि शंकर प्रसाद ने सरकारी सुरक्षा संचालन केंद्र तथा भोपाल में क्लाउड के लिए डाटा सेंटर स्थापित करने की घोषणा की।
श्री प्रसाद ने कहा कि सरकार जिला एनआईसी कार्यालयों की बुनियादी संरचना को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि 2017-18 में 150 जिला एनआईसी कार्यालयों को पायलट परियोजना के रूप में उन्नत बनाया जाएगा। श्री प्रसाद ने अपने-अपने जिलों में उदाहरण योग्य एनआईसी के डीआईओ के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की। श्रेष्ठ तीन अन्वेषकों को क्रमशः 2,00,000, 1,00,000 तथा 50,000 रूपये का पुरस्कार मिलेगा।
सम्मानित अतिथि श्री पी. पी. चौधरी ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया पहल के लिए वर्ष 2017 को याद रखा जाएगा। इस वर्ष अर्थव्यवस्था और नागरिकों के लिए अनेक सुधार के कार्य किए गए। उन्होंने पारिस्थितिकी प्रणाली में डिजिटल बदलाव के लिए देश को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए एनआईसी तथा डीआईओ को धन्यवाद दिया।
एनआईसी ने आज दो नए पोर्टल डिस्ट्रिक कलेक्टर डैसबोर्ड तथा एनआईसी सर्विस डेस्क प्रस्तुत किया। इसका उद्घाटन क्रमशः श्री रवि शंकर प्रसाद और श्री पी. पी. चौधरी ने किया।