नई दिल्ली: निर्भया के रेप के वक्त उसके साथ मौजूद उसके दोस्त अवनींद्र पांडेय ने बीबीसी की डॉक्युमेंट्री पर बैन का समर्थन किया है। पांडेय उस रेप के एकमात्र गवाह हैं। रेपिस्टों ने उनकी भी पिटाई की थी।
केंद्र सरकार के फिल्म ‘इंडियाज डॉटर’ बैन करने के फैसले को सही ठहराते हुए पांडेय ने कहा, ‘डॉक्युमेंट्री असंतुलित है। पीड़ित का पक्ष ही नहीं है। तथ्य छिपाए गए हैं और जो दिखाया गया है वह नकली है। हम दोनों ही जानते हैं कि उस रात क्या हुआ था और डॉक्युमेंट्री में जो दिखाया गया है वह सच से कोसों दूर है।’
पांडेय ने बताया कि फिल्म में जिस ट्यूटर सतेंद्र को दिखाया गया है, उसके बारे में मैंने कभी सुना भी नहीं। उन्होंने कहा, ‘उसे कैसे पता कि मैं उस रात कौन सी फिल्म देखना चाहता था।’
फिल्म में दिखाए गए सतेंद्र नाम के एक व्यक्ति का बयान है कि अवनींद्र पांडेय ऐक्शन फिल्म देखना चाहते थे जबकि निर्भया ‘लाइफ ऑफ पाइ’ देखना चाहती थी।
फिल्म में रेपिस्ट मुकेश के इंटरव्यू पर सबसे ज्यादा विवाद हुआ है। मुकेश ने रेप के लिए लड़की को दोषी ठहराया है। निर्भया के दोस्त पांडेय कहते हैं, ‘बिना बात का विवाद खड़ा किया गया और उसे सनसनीखेज बनाया गया। डॉक्युमेंट्री ने भावनाओं का मजाक उड़ाया है और हमारे देश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।’ पांडेय कहते हैं कि इस फिल्म ने देश की छवि को नुकसान पहुंचाया है।