नई दिल्ली: प्रौद्योगिकी की कम होती लागत और नए व्यापार प्रारूपों ने विश्व को नवीकरणीय ऊर्जा और बिजली से चलने वाले वाहनों को अपनाने के लिए प्रेरित किया है। इस परिप्रेक्ष्य में विभिन्न मंत्रालयों व उद्योग जगत के सहयोग से नीति आयोग 7 व 8 सितंबर, 2018 को नई दिल्ली में ‘मूव – ग्लोबल मोबिलिटी शिखर सम्मेलन’ का आयोजन करेगा। इस सम्मेलन से सरकार के लक्ष्यों – बिजली से चलने वाले वाहन, नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण तथा रोजगार के अवसरों का निर्माण – को प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह अपने तरह का पहला मोबिलिटी शिखर सम्मेलन होगा। इसमें पूरी दुनिया के राजनेता तथा उद्योगपति, शोध संस्थान, शिक्षा जगत और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
विश्व स्तर पर मोबिलिटी का परिदृश्य बदल रहा है। इस क्षेत्र के हितधारक इस सम्मेलन के माध्यम से विचार-विमर्श करेंगे। सम्मेलन के तीन घटक होंगे – सम्मेलन, प्रदर्शनी और विशेष कार्यक्रम।
आपसी परिचर्चा और विचार-विमर्श के लिए सम्मेलन में छह प्रमुख विषय होंगे :
- परिसंपत्ति उपयोग और सेवाएं;
- व्यापक विद्युतीकरण;
(iii) वैकल्पिक ऊर्जा;
(iv) सार्वजनिक पारगमन सुविधा पर विचार करना;
(v) माल परिवहन;
(vi) आंकड़ों का विश्लेषण और मोबिलिटी।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री राजीव कुमार ने कहा कि साझा, एकीकृत और शून्य उत्सर्जन वाली परिवहन व्यवस्था को अपनाने की सबसे अधिक संभावना भारत में है। मूव के माध्यम से भविष्य का रोडमैप तैयार करने में मदद मिलेगी।
नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने कहा कि तेजी से विकसित होती हुई प्रौद्योगिकी और नए व्यापार प्रारूप मोबिलिटी क्षेत्र को परिवर्तित कर रहे हैं। स्वच्छ और कम लागत वाली मोबिलिटी सेवा के नए तरीके सामने आ रहे हैं। इनसे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, तेल आयात पर निर्भरता में कमी आएगी और नगरों में जमीन का कुशलतापूर्वक उपयोग होगा। भारत के लिए असीम संभावनाएं हैं।
इस कार्यक्रम से संबंधित जानकारी के लिए कृपया http://www.movesummit.in पर क्लिक करें।