नई दिल्ली: केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, शिपिंग और जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज नागपुर स्थित अजनी रेलवे स्टेशन पर इंटर-मोडल स्टेशन (आईएमएस) के विकास एवं रखरखाव की आधारशिला रखी। आईएमएस एक यात्री टर्मिनल संबंधी बुनियादी ढांचागत सुविधा है, जो परिवहन के विभिन्न साधनों जैसे कि रेल, सड़क, त्वरित जन परिवहन प्रणाली (एमआरटीएस), त्वरित बस परिवहन (बीआरटी) और अन्य पैरा-मोडल परिवहन साधनों को एकीकृत करती है। इंटर-मोडल स्टेशनों पर यात्रियों को पारगमन के दौरान स्टेशन के परिसरों को कहीं भी छोड़कर जाए बिना ही परिवहन के अन्य साधनों को बदलने या उपयोग करने की सुविधा मिल जाती है।
इस अवसर पर श्री गडकरी ने शहरों एवं कस्बों में परिवहन सुविधाओं को बेहतर करने के लिए नये विचारों को अपनाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने योजनाकारों से किसी भी शहर में परिवहन के विभिन्न साधनों को एकीकृत कर वहां भीड़-भाड़ कम करने के लक्ष्य पर फोकस करने को कहा। इसके लिए उन्होंने शहरों में निकासी की बेहतर व्यवस्था करने और पारगमन (ट्रांजिट) करने वाले यात्रियों के जरिए यातायात में कमी करने पर विशेष जोर दिया। श्री गडकरी ने परिवहन के विभिन्न साधनों के लिए यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने और उपलब्ध बुनियादी ढांचागत सुविधाओं में उचित समन्वय सुनिश्चित करने की जरूरत बताई।
आईएमएस में विश्वस्तरीय सुविधाएं जैसे कि एकीकृत टिकट काउंटर, एक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने की बेहतरीन सुविधा, ट्रैवलेटर, लिफ्ट, विशाल प्रतीक्षा कक्ष, रिटेल दुकानें, फूड कोर्ट इत्यादि होंगी। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। इस स्टेशन को वर्ष 2050 को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है, जहां प्रतिदिन 3.24 लाख यात्रियों की आवाजाही संभव हो सकेगी। इस परियोजना की पूंजीगत लागत 1588.81 करोड़ रुपये है, जिसमें आईएमएस नागपुर की 1288.81 करोड़ रुपये की विकास लागत शामिल है। वहीं, आईएमएस नागपुर तक सड़क कनेक्टिविटी बेहतर करने की लागत 300 करोड़ रुपये आंकी गई है।