नई दिल्ली: केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के अंतर्गत खादी और ग्रामद्योग आयोग (केवीआईसी) ने देश में राष्ट्रीय डिजाइन और उत्पाद विकास केन्द्र स्थापित करने का प्रस्ताव किया है ताकि खादी संस्थान बाजार मांग के अनुसार समय के रूझान के अनुरूप डिजाइन विकसित कर सकें। केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम तथा सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी आज इस संदर्भ में तौर-तरीकों पर विचाक करने के लिए बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में एमएसएमई सचिव डॉ. अरुण कुमार पांडा, वस्त्र सचिव श्री रवि कपूर, खादी और ग्रामद्योग आयोग के अध्यक्ष श्री वी.के. सक्सेना, जानी-मानी डिजाइनर सुश्री ऋतु बेरी, श्री रोहित बल, श्री जे.जे. वलाया, श्री राघवेन्द्र राठौर तथा एमएसएमई और वस्त्र मंत्रालय, के.वी.आई.सी., राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी), राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलॉजी संस्थान (एनआईएफटी) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
श्री गडकरी ने कहा कि खादी के उत्पाद और बिक्री को अधिक से अधिक बढ़ाने और इसे वैश्विक ब्रांड बनाने के लिए डिजाइन को परम्परा से समझौता किए बिना आधुनिक बनाने की जरूरत है। उत्पाद डिजाइन को उपभोक्ताओं की पंसद और मांग से जोड़ा जाना चाहिए और इसमें स्थानीय, क्षेत्रीय वरीयताओं और मौसम की आवश्यकताओँ को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
प्रस्तावित डिजाइन घर खादी संस्थानों को बाजार की मांग के अनुसार उत्पाद विकसित करने में मदद करेंगे। डिजाइन घर की प्राथमिक भूमिका नवीनतम डिजाइन की पहचान करना, उपभोक्ताओं की आवश्कता के अनुसार उसको अपनाना और उत्पादन के लिए विभिन्न तरह की जांच और समीक्षा करना होगा। डिजाइन घर खादी को उपभोक्ताओं का विश्वास प्राप्त करने में मददगार होंगे।
खादी और ग्राम उद्योग आयोग का प्रस्ताव पूर्वोत्तर क्षेत्र में डिजाइन केन्द्र स्थापित करने के अलावा देश के पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिण भागों में एक-एक केन्द्र स्थापित करने का है।