लखनऊ: प्रदेश के जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह द्वारा कल देर शाम डा0 राम मनोहर लोहिया परिकल्प भवन, तेलीबाग, लखनऊ में बाढ़ कार्याें की समीक्षा वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से की गयी। उन्होंने बैठक में निर्देश दिये कि बाढ़ कार्यो की प्रगति रिपोर्ट क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन उपलब्ध करायी जाए। कार्याें की ठेकेदारी में किसी अधिकारी/कर्मचारी का कोई भी रिश्तेदार किसी भी स्तर पर संलग्न न हो। बैठकों मंे प्लास्टिक का उपयोग न किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि समस्त क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा कार्यस्थल का सतत् निरीक्षण किया जाए और क्षेत्र में ही रात्रि प्रवास किया जाए। प्रत्येक मुख्य अभियन्ता द्वारा अपने कार्यांे के प्राथमिकता के 10 बिन्दुओं को चिहिन्त कर लिया जाए और उन पर अधीनस्थ अधिकारियों के साथ समीक्षा की जाए। समस्त अधिकारी/कर्मचारी अपने-अपने मुख्यालय पर/कार्य क्षेत्र में ही अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करे। बाढ़ के समस्त संवेदनशील स्थलों पर अवर अभियन्ताओं की ड्यूटी लगायी जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि तटबन्धों के समस्त अनुरक्षण के कार्य तत्काल प्रारम्भ कर समय से पूर्ण कर लिए जाए। बाढ़ कार्यों में मानको से कोई समझौता न किया जाए। बाढ़ के समस्त कार्य 15 जून से पूर्व पूर्ण कर लिये जाये।
जल शक्ति मंत्री ने निर्देश दिया कि बाढ़ कार्य से सम्बन्धित समस्त अधिशासी अभियन्ता अपने-अपने जनपदों में बाढ़ गु्रप बनाकर सूचनाओं का आदान-प्रदान करे। डेªजिंग की बालू की नीलामी समय से की जाए एवं 15 जून से पूर्व स्थल से बालू को हटा लिया जाए। परियोजना स्थल पर कैमरों की संख्या बढ़ायी जाये और स्थलों की नियमित निगरानी की जाए। बाढ़ बचाव से सम्बन्धित समस्त कार्यों में अपेक्षित तेजी लायी जाए और स्थल पर श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर गति प्रदान की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि समस्त अधिशासी अभियन्ता जिला प्रशासन से समन्वय बनाये रखें तथा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन किया जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन, श्री अनिल गर्ग, विशेष सचिव, श्रीमती अनीता वर्मा, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष, श्री अशोक कुमार सिंह, प्रमुख अभियन्ता (परियोजना), श्री मुश्ताक अहमद, प्रमुख अभियन्ता (परि0 एवं नियो0), श्री एन0सी0 उपाध्याय, प्रमुख अभियन्ता (यांत्रिक), श्री देवेन्द्र अग्रवाल, मुख्य अभियन्ता (सज्जा) श्री महेश चन्द्र पाण्डये एवं समस्त क्षेत्रीय मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता एवं अधिशासी अभियन्ता उपस्थित थे।