मुंबई और आसपास के इलाकों में बीते दिनों से काफी बारिश हो रही है, जिससे शहर की रफ्तार धीमी हो गई है. मंजर ये है कि जगह-जगह जल भराव हो गया है. भारी बारिश के चलते महाराष्ट्र के रत्नागिरी में तिवारे डैम टूट गया था जिसमें 19 लोग मारे गए थे, और 9 लोग अभी भी लापता हैं.
लेकिन मुंबई और आसपास के इलाकों में बारिश से फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक मुंबई और मुंबई से सटे हुए क्षेत्रों में बारिश का कहर जारी रहेगा.
महाराष्ट्र के कोंकण में भी बारिश का खतरा टला नहीं है. अरब सागर में चल रही मॉनसून की प्रक्रियाओं के चलते मुंबई में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है.
पुणे मौसम विभाग के निदेशक डॉ अनुपम कश्यपी के मुताबिक आने वाले 96 घंटे तक भारी बारिश का खतरा बना रहेगा. यानी आने वाले चार दिन बारिश से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है. उन्होंने बताया कि भारी बारिश अमूमन 64.5 मिमी से 115.5 मिमी होती है, लेकिन आने वाले 24 घंटे इससे भी ज्यादा बारिश हो सकती है.
ऐसा इसलिए क्योंकि उत्तर कोंकण में चक्रवातीय परिस्थितियां बन रही हैं. ये सिस्टम अरब सागर से नमी खींच रहा है, जिसके चलते भारी बारिश का खतरा अभी भी बना हुआ है. राज्य के बाकी इलाकों में सामान्य बारिश की उम्मीद है. यहां आने वाले दिनों में बारिश की रफ्तार सुस्त होने लगेगी.
वहीं मध्यप्रदेश में मॉनसून ने पूरा राज्य में जाल बिछा दिया है. आने वाले 48 घंटों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है. साथ ही उत्तरप्रदेश के कुछ इलाकों में भी मॉनसून आने वाले तीन दिनों में दस्तक देगा. खास कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान है. Source Aajtak