सबरीमाला मंदिर विवाद पर रजनीकांत ने कहा कि लंबे समय से पालन की जा रही मंदिर की परंपराओं में कोई भी ‘हस्तक्षेप’ नहीं होना चाहिए। सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति देने वाले सुप्रीम कोर्ट के आदेश और उसके बाद से जारी प्रदर्शनों पर अभिनेता की यह पहली टिप्पणी है। कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं की बराबरी को लेकर कोई दूसरा मत नहीं है।