नई दिल्ली: केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा है बहुत शीघ्र ही पूर्वोत्तर क्षेत्र का स्वयं का फिल्म संस्थान होगा।
डॉ. जितेन्द्र नई दिल्ली के सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित 3 दिवसीय पूर्वोत्तर फिल्म समारोह के दौरान, मणिपुर के जाने माने ‘’ग्रांड प्रिक’’ और ‘’राष्ट्रीय पुरस्कार ‘’ विजेता फिल्म निर्माता श्री अरिबम स्याम शर्मा के लिए आयोजित अभिनंदन समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि संपूर्ण पूर्वोत्तर क्षेत्र प्राकृतिक खूबसूरती से सराबोर है जिनकी तुलना दुनिया के सर्वाधिक खूबसूरत स्थलों से की जा सकती है लेकिन दुर्भाग्य से इस क्षेत्र की इस अपार क्षमता का फिल्म जगत ने कम उपयोग किया है। उन्होंने केन्द्रीय वित्त और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अरूण जेटली को अरूणाचल प्रदेश में एक फिल्म संस्थान की स्थापना के लिए अपने बजट में शामिल करने के लिए धन्यवाद दिया। इससे ना सिर्फ पूर्वोत्तर में फिल्म उद्योग को बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि बॉलीवुड, टॉलीवुड और देश के अन्य क्षेत्र के फिल्म निर्माता भी इसका लाभ उठा सकेगें।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि श्री अरिबम स्याम शर्मा के कार्य में भारतीय फिल्म जगत के कुछ महान फिल्म निर्माताओं जैसे श्री सत्यजीत रे, श्री मृणाल सेन और श्री अदूर गोपालकृष्णन की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार समारोह से ठीक पहले उन्हें श्री अरिबम के प्रोडक्शन में 1990 में बनी फिल्म ‘’इशानाउ’’ देखने का अवसर मिला जो ना सिर्फ विषय बल्कि निर्देशन के मामले में भी उत्कृष्ट है। उन्होंने सुझाव दिया कि श्री अरिबम और अन्य फिल्म निर्माताओं की फिल्मों को अन्य भाषाओं में भी दिखाया जाना चाहिए ताकि पूर्वोतर में बनी फिल्मों और इनके निर्मातों के साथ-साथ गुणवत्ता युक्त सिनेमा को व्यापक रूप से प्रचार मिल सके।