लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि अपनों
पर भरोसा नही तो दूसरों के सहारे से छप्पर चढ़ाने का जतन होने लगा है। उत्तर प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस का यही हाल है। उनके अपने घरों में खींचतान है, नेता कार्यकर्ता परेशान हैं और जनता ने मुँह मोड़ रखा है। विधान सभा चुनाव सिर पर है। अब तक के चुनावों में ये दोनो दल तीसरे-चैथे स्थान की प्रतिस्पर्धा में रहे हैं लेकिन दावे हैं कि हम सरकार बनायेंगे।
लोकतंत्र में फर्जी दावेदारी या मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने से किसी को रोका नही जा सकता है। इसी आजादी का फायदा उठाकर कांग्रेस और भाजपा नेता दिन में सपने देखने लगे हैं। इन नए दावेदारों को लेकिन अपने पर जरा भी भरोसा नही हैं क्योंकि जब वे सत्ता में रहे तो जनता की भलाई से दूर रहे। सत्ता की छटपटाहट उन्हें बेचैन किए है।
कांग्रेस ने चुनाव की लड़ाई से अपने कार्यकर्ताओं-नेताओं को बाहर कर दिया है। उन्हें बाहर से अपना चुनाव निर्देशक आयात करना पड़ गया है। जिसने भाजपा को जिताया था उसके सहारे अब कांग्रेस अपनी नैया पार करेगी। नाव पार कराने के एवज में मोटी रकम की भरपाई भी की जा रही है। कांग्रेस के ऐसे दुर्दिन शायद ही कभी आए हो जब उसके नेता एक बाहरी और पैसे पर काम करने वाले के सामने बौने बने बैठे हों, वह सवाल कर रहा हो और नेता इम्तहान दे रहे हों।
भाजपा का हाल भी कांग्रेस जैसा है। प्रदेशभर में भाजपा को एक स्वच्छ छवि का अध्यक्ष ढूंढे़ नही मिला। संदिग्ध छवि वाले को ताज पहनाकर प्रदेश में सत्ता हथियाने का यह तौर तरीका ‘पार्टी विद डिफरेन्स’ का नया चेहरा, चाल और चरित्र को दर्शाता है। यही नही भाजपा के छप्पर को ऊपर चढ़ाने के लिए अब कई हाथ खोजे जा रहे हैं। कोई आसान रास्ता न खोज पाने से भाजपा फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शरणागत हो गई है।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने जनहित में तमाम योजनांए लागू की है और किसानों और नौजवानों, गरीबो, पिछड़ो और अल्पसंख्यकों को लाभ पहुँचाया है। जनता का भरोसा सरकार और मुख्यमंत्री जी पर है। समाजवादी पार्टी अपने बूते चुनाव लड़ेगी और संाप्रदायिक, यथास्थितिवादी तथा जातिवादी ताकतों को फिर मुँहतोड़ जवाब देगी।