लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री नितिन अग्रवाल ने अधिकारियों को वेक्टर जनित बीमारियों से निपटने के सख्त निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इन बीमारियों के खिलाफ युद्ध स्तर पर अभी से तैयारियां शुरू कर दी जायं। उन्होंने कहा कि जापानी इंसेफ्लाईटिस (जे0ई0), एक्यूट इंसेफ्लाईटिस सिण्ड्रोम (ए0ई0एस0), मलेरिया तथा कालाजार जैसी गंभीर बीमारियों की रोकथाम हम सबके लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। इससे निबटने में कोई कोर-कसर छोड़ी नहीं जानी चाहिए। श्री अग्रवाल आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में इन रोगों से प्रभाावित होने वाले जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों एवं जिला मलेरिया अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन बीमारियों की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री इसकी रोकथाम के लिए उठाये जाने वाले कदमों की स्वयं समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि खासकर गोरखपुर, बस्ती तथा देवीपाटन मण्डलों में विशेष तैयारी की जाये।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे स्वयं आकस्मिक निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लें और यदि कहीं पर भी किसी तरह की लापरवाही पायी गयी तो सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
श्री अग्रवाल ने कहा कि गोरखपुर, बस्ती मण्डल में संचालित समस्त इंसेफ्लाईटिस ट्रीटमेंट सेन्टर (ई0टी0सी0) को पूर्णतः क्रियाशील कराया जाये। साथ ही ई0टी0सी0 में मानकानुसार समस्त चिकित्सीय एवं पराचिकित्सक कर्मियों की तैनाती तथा औषधियों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाये।
108 एवं 102 एम्बुलेंस सेवा समस्त चिन्हित इंसेफ्लाईटिस ट्रीटमेंट सेन्टर पर सम्बद्ध रहे एवं इनके रिस्पांस टाईम की भी समीक्षा समय-समय पर की जाये। इसके अलावा समस्त मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने अधीन समस्त
ई0टी0सी0/प्रा0/सामु0 स्वास्थ्य केन्द्रों का औचक निरीक्षण कर उनकी क्रियाशीलता की समीक्षा करें।
मलेरिया प्रभावित समस्त जनपदों में संक्रामक काल प्रारम्भ होने से पूर्व ही रोग के प्रभावी नियंत्रण हेतु समस्त निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित किये जाने के भी निर्देश दिये। जनपद सोनभद्र में मलेरिया धनात्मक रोगियों की अधिक संख्या के दृष्टिगत जनपद को विशेष संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कालाजार प्रभावित जनपदों में रोग के प्रभारी नियंत्रण हेतु प्रचार-प्रसार एवं समस्त निरोधात्मक कार्यवाही समय से सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ तथा इससे सम्बंधित वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।