देहरादून: भारत की डिजिटल वित्तीय सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी पेटीएम ने आज घोषणा करते हुए बताया कि उसकी पूर्वं स्वामित्व वाली अनुषंगी, पेटीएम मनी मिराय एसेट की एनवाईएसई एफएएनजी प्लस ईटीफ के जरिए अमेरिका की शीर्ष टेक कंपनियों में निवेश की सुविधा देकर खुदरा निवेशकों को सशक्त बना रही है। अमेरिका फेसबुक, अमेजन, नेटफ्लिक्स और गूगल (अल्फाबेट)- एफएएनजी जैसी कंपनियों का ठिकाना है, जिनकी अहमियत अगले दशक में और ज्यादा बढ़ेगी।
एनवाईएसई एफएएनजी प्लस इंडेक्स केंद्रित इंडेक्स है और इसमें मूल एफएएनजी कंपनियों के साथ वैश्विक बाजार की 6 अग्रणी टेक कंपनियाँ, एपल, अलीबाबा, बायडू, एनवीडिया, टेस्ला और ट्विटर शामिल हैं। इनमें से अधिकांश नाम भारत में घर-घर मशहूर हैं। पिछले एक साल के दौरान एनवाईएसई एफएएनजी प्लस ने 102 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है और इस आधार पर एनएफओ के सफल होने की उम्मीद है। टेस्ला जैसे स्टॉक्स ने 390 प्रतिशत का रिटर्न दिया है, वहीं गूगल (अल्फाबेट) ने इस अवधि के दौरान 80 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
एनवाईएसई एफएएनजी प्लस ईटीफ के अलावा मिराए असेट एक म्युचुअल फंड स्कीम भी लॉन्च कर रहा है, जो मुख्य तौर पर एनवाईएसई एफएएनजी प्लस ईटीफ में निवेश करेगा। निवेशकों के लिहाज से देखा जाए तो सही विकल्प चुनने के लिए कुछ चीजों को ध्यान में रखने की जरूरत है। नीचे दिए गए टेबल से इन्हें विस्तार से समझा जा सकता हैरू
डायरेक्ट म्युचुअल फंड के बाद एनवाईएसई एफएएनजी प्लस ईटीफ कम लागत वाला विकल्प है। ईटीएफ अन्य विकल्प के मुकाबले ज्यादा लचीलापन प्रदान करता है और अधिकांश निवेशकों के लिए एनवाईएसई एफएएनजी प्लस ईटीफ मुफीद विकल्प होना चाहिए। वहीं उन कुछ थोड़े-से निवेशकों के लिए जो डीमैट अकाउंट खोलना नहीं चाहते हैं और छोटी रकम का निवेश करना चाहते हैं, डायरेक्ट म्युचुअल फंड ज्यादा बेहतर विकल्प हो सकता है। नियमित म्युचुअल फंड सर्वाधिक महँगा विकल्प साबित हो सकता है क्योंकि इसमें वितरक की तरफ से लिया जाना वाला कमीशन शामिल होता है।
पेटीएम मनी अपने व्यापक यूजर्स आधार का इस्तेमाल करते हुए अपने पोर्टफोलियो को मजबूती प्रदान करेगा और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में निवेश भी कर सकेगा। कंपनी की स्टॉक ब्रोकिंग की पहल की बदौलत और अधिक संख्या में इक्विटी निवेशकों को निवेश का मौका दे रही है। यह अगले दशक में संपत्ति निर्माण की दिशा में सबसे बड़ा कारक साबित होगा। अभी तक 1.6 लाख से अधिक डीमैट खाते खोले जा चुके हैं जिसमें से 50 फीसदी से अधिक यूजर्स छोटे शहरों और कस्बों से आते हैं। पेटीएम मनी स्टॉक्स का लक्ष्य साल के अंत तक खातों की संख्या को 3.5 लाख से अधिक करने की है। कंपनी को उम्मीद है कि वह मौजूदा और नए निवेशकों को लागत प्रभावी, विश्वसनीय और सुरक्षित तरीके से निवेश का प्लैटफॉर्म मुहैया करा पाएगी।
पेटीएम मनी के सीईओ वरुणर ने कहा कि, “ एनवाईएसई एफएएनजी प्लस इंडेक्स में दुनिया की कुछ बड़ी वर्चस्व रखने वाली टेक कंपनियाँ शामिल हैं, जिन्होंने पिछले तीन सालों के दौरान 40 प्रतिशत सीएजीआर का रिटर्न दिया है। आज के समय में खुदरा भारतीय निवेशक पारंपरिक फंड्स और अन्य परिसंपत्तियों से इतर निवेश के विकल्प तलाश रहा है। ऐसे में मिराय असेट का एनवाईएसई एफएएनजी प्लस ईटीफ बेहद आकर्षक विकल्प है, जिसका खर्च अनुपात मात्र 0.33 प्रतिशत है। हम यहाँ पर मजबूत माँग की संभावनाएं देख रहे हैं। ईटीएफ पिछले कुछ समय से अमेरिकी बाजार में काफी लोकप्रिय कैटेगरी रहा है और अब भारत में भी ईटीएफ तेजी से लोगों के बीच स्वीकार्य हो रहा है। पेटीएम मनी के 27 प्रतिशत से अधिक इक्विटी यूजर्स के पोर्टफोलियो में कम से कम एक ईटीएफ जरूर शामिल है। ईटीएफ लंबे समय में पूँजी बनाने का बढ़िया विकल्प है और हमारा मानना है कि यह भारतीय पूँजी बाजार में अगले दशक के दौरान निवेश का सबसे बेहतर विकल्प होगा।’’