लखीमपुर: लखीमपुर शहर के रहने वाले अनुराग मिश्रा की बेटी अप्रैल 2015 को जयपुर के एक मॉल में गुम हो गई थी। दो घंटे तक बेटी की गुमशुदगी का दर्द अनुराग ने महसूस किया और फिर ऐसे अभियान पर निकल पड़े, जो एक पिता ही कर सकता है। अनुराग ने एक वेबसाइट www.mymissingbaby.com तैयार की, जिस पर मिसिंग बच्चों का ब्योरा फोटो समेत डाला जाता है। अगर किसी को कोई बच्चा भटका हुआ मिला है तो उसका ब्योरा भी वेबसाइट पर डाला जाता है।
अनुराग के इस प्रयास को सबसे पहले राजस्थान के एडीजी ह्यूमन ट्रैफिकिंग ने सराहा। उन्होंने सभी जिलों को पत्र लिखकर मिसिंग बच्चों का डिटेल इस पर डालने को कहा है। इसके बाद डीजीपी उत्तर प्रदेश पुलिस ने सभी एसपी को पत्र लिखकर कहा है कि खोए हुए बच्चों को तलाश करने में इस वेबसाइट की मदद ली जाए। अनुराग बताते हैं कि इस वेबसाइट से 11 राज्यों के दस हजार लोग जुड़े हैं। अब तक सैकड़ों गुम बच्चे मिल चुके हैं। वह कहते हैं कि बेटी के गायब होने की जो पीड़ा होती है, वह महसूस कर चुके हैं। अब कोई और पिता इस दर्द से न गुजरे, इसलिए वेबसाइट बनाई है।