देश में केबल सेवाएं महंगी होने की शिकायतों के बाद टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी ट्राई ने नए सिरे से दरों की समीक्षा करने का फैसला किया है। इसके तहत सभी हितधारकों से 30 सितंबर तक राय मांगी गई है। चर्चा के बाद केबल टीबी की नई और सस्ती दरें तय की जा सकती हैं।
ट्राई ने ग्राहकों को अतिरिक्त चैनलों के बोझ और महंगे केबल टैरिफ से निजाद दिलाने के मकसद से पिछले साल दिसंबर में नए नियम लागू किए थे। छह माह बाद की गई समीक्षा में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। ट्राई ने पाया कि नए नियमों से चैनल की कीमतों में पारदर्शिता आई है और इससे जुड़े विवाद कम हुए हैं लेकिन ग्राहकों को टीवी चैनल चुनने की आजादी अभी भी नहीं मिली है। यानि नए नियमों का मकसद अधूरा ही रह गया।
अथॉरिटी के मुताबिक नए नियमों के तहत ब्रॉडकास्टर और डिस्ट्रीब्यूटर्स को जो छूट दी गई उसका इस्तेमाल चैनलों के बुके पर छूट देकर चैनल की कीमतों को छिपाने के लिए किया जा रहा है। ट्राई को ये भी जानकारी मिली है कि डीटीएच और केबल कंपनियां बुके पर 70 फीसदी तक डिस्काउंट ऑफर दे रहे हैं। इससे ग्राहकों अपनी पसंद का चैनल नहीं चुन पा रहे। ब्रॉडकास्टर्स कई सारे बुके ऑफर कर रहे हैं और इन बुके में मामूली बदलाव के साथ एक जैसे ही चैनल दिए जा रहे हैं। ट्राई का मानना है कि सिस्टम में ज्यादा बुके होने से ग्राहकों में भ्रम फैल रहा है।
ग्राहकों की शिकायत पर समीक्षा
ग्राहकों ने ट्राई से नए टैरिफ की शिकायत की थी। कई लोगों ने तो नया नियम लागू होने के बाद डीटीएच और केबल सेवाएं महंगी होने की भी बात कही। इसी के बाद ट्राई एक बार फिर सभी नियमों पर विचार विमर्श करने जा रहा है। अथॉरिटी ने एक प्रपत्र के जरिए चैनल के बुके पर दी जाने वाली छूट, बुके चैनल की जरूरत और उसकी कीमत पर राय मांगी है। सभी हितधारक 16 सिंतबर तक अपनी राय दे सकते हैं। इस पर जवाब सवाल की अंतिम तारीख 30 सिंतबर है। News Source Live हिन्दुस्तान