नई दिल्लीः राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के बारे में जागरूकता पैदा करने और ग्राहकों के साथ संवाद में बेहतरी सुनिश्चित करने के लिए
एनपीएस वैल्यू चेन में शामिल समस्त निकायों/कार्यकर्ताओं जैसे कि प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस (पीओपी), सेंट्रल रिकॉर्डकीपिंग एजेंसी (सीआरए) इत्यादि द्वारा देश भर में 7 जून से 9 जुलाई, 2016 तक एनपीएस सेवा पखवाड़ा मनाने का निर्णय लिया गया है। समूचे पखवाड़े के दौरान चलने वाले अभियान का लक्ष्य ग्राहकों के पंजीकरण के साथ-साथ जागरूकता पैदा करना, सेवा उन्मुखीकरण व सूचनाओं का प्रसार करना है।
एनपीएस को मई 2009 के बाद निजी और असंगठित क्षेत्र के व्यक्तियों को उपलब्ध कराया गया था। वर्तमान में एनपीएस और एपीवाई के तहत ग्राहकों की कुल संख्या 12.86 मिलियन तक पहुंच गई है और एयूएम (प्रबंधन के अधीन परिसंपत्तियां) 120000 करोड़ रुपये से भी अधिक है। निजी क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं जिनका दोहन करने की जरूरत है।
वित्तीय विश्लेषक और बाजार खुफिया एजेंसियों द्वारा किए गए नमूना सर्वेक्षणों से पता चला है कि एनपीएस अच्छी तरह से डिजाइन किया गया और बाजार में विशेष कर लाभों से युक्त न्यूनतम लागत वाला पेंशन उत्पाद है जिसका विपणन और वितरण प्वाइंट्स ऑफ प्रेजेंस (पीओपी) द्वारा किया जाता है, जो ग्राहकों और एनपीएस के बीच इंटरफेस का काम करते हैं और जिसे ग्राहक पंजीकरण एवं सर्विसिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब तक 72 पीओपी (जिनमें बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां, माइक्रोफाइनेंस संस्थान इत्यादि शामिल हैं) को ग्राहकों के साथ संवाद (इंटरफेस) के लिए एनपीएस में 55,500 से अधिक शाखाओं/पीओपी सेवा प्रदाताओं के यहां पंजीकृत किया गया है। एनपीएस पखवाड़े के दौरान पीओपी द्वारा ग्राहक अभिग्रहण एवं सर्विसिंग में अपने सभी पंजीकृत पीओपी-एसपी को सक्रिय और शामिल करने की उम्मीद है। इसके अलावा, पखवाड़े के दौरान पीओपी/पीओपी सेवा प्रदाताओं द्वारा निम्नलिखित गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है:
- शाखाओं में एनपीएस से संबंधित प्रचार सामग्री – पोस्टर, बैनर, फ्लायर, ब्रोशर इत्यादि को प्रदर्शित करना और संभावित ग्राहकों के बीच उनका वितरण करना।
- ग्राहकों को लेन-देन से संबंधित विवरण (एसओटी) प्रदान करना।
- पीआरएएन में ग्राहक संपर्क से जुड़े ब्योरे जैसे कि मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, पता, जन्म तिथि इत्यादि को अद्यतन करना।
- पीआरएएन में नामित व्यक्ति से जुड़े ब्योरे को अद्यतन करना।
- लंबित एनपीएस योगदानों का संग्रह करना और खातों पर से नियंत्रण हटाना।
- ग्राहक शिकायतों का निपटारा करना और सीजीएमएस पर इसे दर्शाना।
पीएफआरडीए ने एनपीएस ग्राहक इंटरफेस में शामिल केन्द्रीय/राज्य सरकारों के ड्यू एवं ड्राइंग अधिकारियों (डीडीओ) और पीओपी के फ्रंट डेस्क स्टाफ को प्रशिक्षण देने के लिए एक एजेंसी की सेवाएं ली हैं और इसके साथ ही प्रत्येक पीओपी-एसपी/डीडीओ सेसे कम से कम एक व्यक्ति के उपयुक्त नामांकन की मांग की है जिसे एजेंसी द्वारा प्रशिक्षित किया जा सकता है। इन प्रशिक्षण सत्रों को हर जिला मुख्यालय पर आयोजित किया जाएगा जो प्रशिक्षण के लिए पीओपी/डीडीओ द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले प्रतिभागियों की संख्या पर निर्भर करेगा। वर्ष के दौरान एनपीएस के ढांचे में लगभग 75,000 अधिकारियों को प्रशिक्षित करने की योजना है।
एनपीएस ट्रस्ट एवं सीआरए (एनएसडीएल) भी सहायता करेंगे और किसी भी तरह की मदद के लिए पीओपी सेवा प्रदाताओं को सुविधाएं देंगे जिसकी आवश्यकता उन्हें एनपीएस सेवा पखवाड़े के सफल आयोजन के दौरान पड़ सकती है।