लखनऊ: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द जी ने कहा कि प्रवासी भारतीय हमारी ताकत हैं। आज प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम में प्रवासी भारतीयों को सम्मानित कर खुशी महसूस हो रही है। यह आयोजन खास है, क्योंकि इसमें कुम्भ व गणतंत्र दिवस समारोह को भी शामिल किया गया है।
राष्ट्रपति जी वाराणसी में आयोजित तीन दिवसीय 15वें प्रवासी भारतीय दिवस के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रवासियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वाराणसी में यह कार्यक्रम आयोजित होने से यह खास बन गया है। काशी विश्व की प्राचीनतम नगरी है। प्रवासियों के लिए यहां देखने को बहुत कुछ है। साथ ही, यहां से प्रयागराज जाने पर उन्हें कुम्भ का भी अलौकिक अनुभव मिलेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी प्रवासी भारतीय वाराणसी भ्रमण कर आनन्दित हुए होंगे। यह आयोजन ऐसा है जिसके जरिये सभी प्रवासी भारतीयों को आपनी जड़ों से जुड़ने का मौका मिलता है, क्योंकि वे अपनों के बीच होते हैं। उन्होंने भारतवंशियों से अपेक्षा जताते हुए कहा कि नये भारत के निर्माण में आप सभी सहभागी बनें।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने स्वाधीनता के लिए जिस आन्दोलन को आगे बढ़ाया था। उसमें हमारे प्रवासियों की अहम भूमिका रही। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया में आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरा है। 15वां प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वाराणसी में आयोजित इस तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान जो चर्चाएं एवं संवाद हुए हैं, उन्हें निरंतरता प्रदान की जाएगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के विकास में प्रवासियों के अनुभव का लाभ अवश्य मिलेगा। कुम्भ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रयागराज की धरती प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए उत्सुक है। माॅरीशस के प्रधानमंत्री प्रवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
केंद्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने राष्ट्रपति सहित प्रवासी भारतीयों का स्वागत करते हुए बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की परम्परा है कि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री एवं समापन राष्ट्रपति करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासियों द्वारा प्रयागराज के कुम्भ एवं गणतंत्र दिवस परेड में सम्मिलित होने की इच्छा जताए जाने पर प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की तिथियों में परिवर्तन किया गया। उन्होंने वाराणसीवासियों एवं भारतवंशियों की तरफ से भी राष्ट्रपति का स्वागत किया।
विदेश मंत्री जी ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा की गयी थी। वर्ष 2015 से पूर्व यह प्रतिवर्ष मनाया जाता था। इस कार्यक्रम में 15 प्रवासी भारतीयों को सम्मानित किया जाता रहा है। किन्तु 2015 से प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम को प्रत्येक दूसरे वर्ष मनाया जाता है। लेकिन प्रवासियों को सम्मानित किए जाने में कोई कमी नहीं की गयी है। अब इसकी संख्या 30 कर दी गई है।
इस अवसर पर मा0 राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने प्रवासी भारतीय सम्मान एवार्ड क्रमशः निहाल सिंह अगर आॅस्ट्रेलिया सोशल सर्विस, राजेन्द्र नाथ खजांची भूटान सिविल इंजीनियरिंग, रमेश छोटाई कनाडा बिजनेस, अमित वायकर चीन बिजनेस, इंडियन कम्यूनिटी एसोसिएशन इन इजिप्ट इजिप्ट कम्यूनिटी सर्विस, मालिनी रंगनाथन पफांस एकेडमिक एण्ड आटर्स, गुयाना हिन्दू धार्मिक सभा गुयाना कम्यूनिटी सर्विस, भिताल दास माहेश्वरी इटली बिजनेस, गुनाशेखर मुपुरी जमैका मेडिकल साइंस एंड इंटरप्रीयूनरशिप, पीवी संबाशिव राव केन्या टेक्नोलाॅजी, प्रकाश माधव दास हेडा केन्या मेडिकल साइंस, राजपाल त्यागी कुवैत आर्किटेक्चर, बनवारी लाल सत्यनारायण गोयनका म्यांमार बिजनेस मैनेजमेंट, भवदीप सिंह ढिल्लन न्यूजीलैंड बिजनेस, हिमांशु गुलाटी नाॅर्वे पब्लिक सर्विस, विनोदन वैरमवेली थाजिकुनील ओमान बिजनेस, जगदेश्वर राव मदुकुरी पोलैंड इंटरप्रीयूनरशिप, पूणेन्दु चंद तिवारी कतर टेनिंग एंड स्टीमूलेशन, अनिल सुकलाल साउथ अफ्रीका डिप्लोमेसी, स्वामी सारदाप्रभानंद साउथ अफ्रीका कम्यूनिटी सर्विस, राजेन्द्र कुमार जोशी स्विटज़रलैंड साइंस, शमीम परकर खान तनजानिया पब्लिक सर्विस, गिरिश पंत यूएई बिजनेस, सुरेन्द्र सिंह खंडारी यूएई बिजनेस, जुलेखा दाउद यूएई मेडिकल साइंस एंड बिजनेस, राजेश चापलोट युगांडा चार्टेड एकाउंटेंटस, चंद्रशेखर मिश्र यूएसए साइंस, गीता गोपीनाथ यूएसए एकेडमिक्स, गिरिश जयंतीलाल देसाई यूएसए स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग तथा किरन छोटीभाई पटेल यूएई मेडिकल साइंस को दिया।