केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने आज यहां कहा, “एनटीपीसी एक विशेष कंपनी है, यह हमारे देश का सबसे बड़ा ऊर्जा प्रदाता है, यह विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण इनपुट (निविष्टि) है।” श्री सिंह ने एनटीपीसी के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कंपनी की उपलब्धियों, विशेषज्ञता, भविष्य के लक्ष्यों को रेखांकित किया और भारत के ऊर्जा परिवर्तन का नेतृत्व करने में एनटीपीसी की भूमिका पर भी चर्चा की। श्री सिंह ने पिछले वित्तीय वर्ष में राज्यों को लगभग 4500 करोड़ रुपये निर्गत करने के लिए एनटीपीसी द्वारा ऊर्जा प्रभारों में सुधार किए जाने की भी सराहना की।
श्री सिंह ने कहा कि एनटीपीसी को अब खुद को एक राष्ट्रीय कंपनी से एक विशालकाय अंतर्राष्ट्रीय कंपनी बनने की जरूरत है और इसे ऊर्जा के क्षेत्र में सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय बनने का सपना देखना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश में ऊर्जा की मांग में तेज गति से बढ़ोतरी के साथ तालमेल स्थापित करने के लिए एनटीपीसी को लगातार प्रगति करते रहने और अपनी क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने एनटीपीसी की प्रतिदिन लगभग एक बिलियन यूनिट उत्पादन क्षमता के प्रभावशाली रिकॉर्ड को भी रेखांकित किया।
श्री आरके सिंह ने एनटीपीसी संयंत्रों को उत्पादकता, सुरक्षा, पर्यावरण का संरक्षण व इसमें सुधार, राजभाषा, सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाओं, सीएसआर व सामुदायिक विकास और परियोजना प्रबंधन के क्षेत्रों में स्वर्ण शक्ति पुरस्कार प्रदान किए। इसके अलावा उन्होंने श्रम कौशल पोर्टल का भी उद्घाटन किया।
एनटीपीसी लिमिटेड के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह ने नोएडा स्थित इंजीनियरिंग कार्यालय परिसर (ईओसी) में ध्वजारोहण करके इस समारोह की शुरुआत की थी। इस समारोह में पूरे देश के एनटीपीसी अधिकारियों ने ऑनलाइन मंचों के जरिए हिस्सा लिया।
इस अवसर पर विद्युत मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव व वित्तीय सलाहकार श्री आशीष उपाध्याय और भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव श्री विवेक देवांगन के साथ निदेशक (वित्त) श्री अनिल कुमार गौतम, निदेशक (एचआर) श्री दिलीप कुमार पटेल, निदेशक (परिचालन) श्री रमेश बाबू वी, निदेशक (वाणिज्य) श्री चंदन कुमार मोंडल, निदेशक (परियोजना) श्री उज्ज्वल कांति भट्टाचार्य और एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।