लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा0 शिवाकान्त ओझा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनमत में डेंगू के व्याप्त भय को दूर करने के लिए ठोस रणनीति के तहत कार्य किया जाए। इसके अलावा उन्होंने डेंगू की वैक्सीन खोजने हेतु केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखने के भी निर्देश दिए है। उन्होंने शासन स्तर पर एक समिति बनाने और इस समिति में अन्य विभागों को शामिल करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि निजी पैथालाजी सेंटर व्यवसायिक नर्सिंग होमों से सांठ-गांठ करके लोगों से धन उगाही कर रहे हैं, इस पर तत्काल रोक लगाई जाए और दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाय।
डा0 ओझा आज यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में डेंगू की रोकथाम के संबंध में बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष डेंगू का प्रसार बहुत अधिक हुआ है। काफी लोग इस गम्भीर बीमारी से हताहत भी हुए हैं। विभाग का दायित्व है कि वह लोगों को तत्काल इस बीमारी से निजात दिलाए। उन्होंने कहा कि समाज से डेंगू का भय समाप्त करने के लिए आम जन में जागृति लाई जाए। इसके लिए सभी सार्वजनिक स्थलों, स्कूलों, अस्पतालों एवं अन्य महत्पूर्ण स्थलों पर डेंगू की रोकथाम से संबंधित होर्डिंग लगाई जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि समस्त सरकारी चिकित्सालयों के गेट पर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में डिस्प्ले लगाया जाए। इसके अलावा उन्होंने समस्त स्कूलों में डेंगू की रोकथाम के संबंध में बैनर लगाने के भी निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पल्स पोलिया तथा मलेेरिया अभियान की तर्ज पर डेंगू को समाप्त करने के लिए अभियान चलाने को कहा है। उन्होंने नव निर्मित चिकित्सालयों को 15 दिन के अन्दर चालू करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अरूण कुमार सिन्हा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री आलोक कुमार, महानिदेशक परिवार कल्याण श्री सुनील श्रीवास्तव सहित स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों को वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।